Haryana CM Over Delhi Pollution: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी पर तीखा हमला किया है. उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर झूठ बोलने और यमुना नदी की बिगड़ती वाटर क्वालिटी को दूर करने में अपनी विफलताओं के लिए दोष को टालने का आरोप लगाया. उन्होंने दिल्ली सरकार की दिल्ली से ओखला तक यमुना में बहने वाले 28 नालों के गंदे पानी की जिम्मेदारी नहीं लेने के लिए आलोचना की.
मुख्यमंत्री सैनी ने ANI से कहा कि मुझे लगता है कि AAP की दिल्ली सरकार झूठ बोलने और अपनी गलतियों के लिए दूसरों को दोष देने की आदत है. दिल्ली सरकार को हर किसी में कमियां देखने की आदत है, सिवाय खुद के. हरियाणा की ओर से दिल्ली को दिए जाने वाले पानी का बीओडी (बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड) लगभग 2-3 मिलीग्राम प्रति लीटर है. सीएलसी नहर के माध्यम से दिल्ली को आपूर्ति किए जाने वाले पानी का बीओडी लगभग शून्य है. लेकिन दिल्ली सरकार को यह बताना चाहिए कि दिल्ली के पानी से ओखला तक यमुना में जाने वाले 28 नालों के गंदे पानी के लिए कौन जिम्मेदार है.
हरियाणा के सीएम ने यमुना एक्शन प्लान के तहत केंद्र की ओर से आवंटित 6,000 करोड़ रुपये पर आप सरकार से सवाल किया, जिसमें पिछले दो सालों में दिए गए 3,000 करोड़ रुपये भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि आप सरकार को यमुना एक्शन प्लान के तहत केंद्र की ओर से दिए गए 6000 करोड़ रुपये से अधिक के बारे में बताना चाहिए, इसमें से 3000 करोड़ रुपये पिछले 2 सालों में दिए गए. उन्होंने उस पैसे का क्या किया?
पूर्व सीएम और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए सैनी ने कहा कि मुझे लगता है कि दूसरों पर आरोप लगाना और सरकारी पैसे से 'शीश महल' बनाना दिल्ली की आप सरकार की रस्म है...उनके आरोपों में कोई तथ्य नहीं है. पहले उन्हें आत्मनिरीक्षण करना चाहिए.
दरअसल, ये तब हुआ जब आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला किया और उस पर 'गंदी राजनीति' करने का आरोप लगाया, जिसका दावा है कि शहर में वायु और जल प्रदूषण के पीछे असली कारण यही है. उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार स्थिति को हल करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है. दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. न केवल वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, बल्कि यमुना में भी प्रदूषण बढ़ रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में नदी की स्थिति और भी खराब हो गई है, जिसका सबूत कालिंदी कुंज में जहरीला झाग बनना है. आज दिल्ली के लोग इसके पीछे का कारण जानना चाहते हैं और मैं उन्हें बताती हूं कि असली कारण भाजपा की गंदी राजनीति है. सभी जानते हैं कि सर्दियों में दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को बढ़ाने में पराली जलाने का बड़ा योगदान है. पंजाब में आप सरकार ने पिछले दो वर्षों में पराली जलाने में काफी कमी की है.
केंद्र के अपने आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में आप के सत्ता में आने के बाद से पराली जलाने की घटनाएं आधी हो गई हैं. इसके विपरीत, यदि आप हरियाणा और उत्तर प्रदेश को देखें, तो पराली जलाने की घटनाएं वास्तव में बढ़ गई हैं. हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में 23% की वृद्धि हुई है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह 70% बढ़ गई है.
हरियाणा और उत्तर प्रदेश की भाजपा नीत सरकारों पर सवाल उठाते हुए सीएम आतिशी ने पूछा कि अगर पंजाब सरकार पराली जलाने को कम कर सकती है, तो उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सरकारें ऐसा क्यों नहीं कर सकती हैं? दिल्ली में हमारे पास केवल सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें हैं, जबकि यूपी और हरियाणा से आने वाली 100% अंतरराज्यीय बसें डीजल से चलती हैं. हरियाणा और यूपी की सरकारें इलेक्ट्रिक बसें क्यों नहीं ला सकतीं? ऐसा इसलिए क्योंकि वे दिल्ली के लोगों के साथ गंदी राजनीति करना चाहते हैं. दिल्ली में ईंट भट्टे नहीं हैं, लेकिन एनसीआर क्षेत्र में 3,800 ईंट भट्टे हैं, जो राजधानी में प्रदूषण के स्तर में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.
कालिंदी कुंज क्षेत्र में यमुना नदी में भाजपा नेताओं के दौरे की आलोचना करते हुए कि आतिशी ने कहा कि भाजपा नेता फोटोशूट के लिए कालिंदी कुंज जाते रहे हैं, लेकिन यमुना में जहरीले झाग का असली कारण हरियाणा में कारखानों की ओर से नदी में डाला जा रहा औद्योगिक कचरा है. यूपी सरकार भी यमुना में प्रदूषित पानी छोड़कर समस्या में योगदान दे रही है. बढ़ते प्रदूषण के स्तर से निपटने के लिए कार्रवाई का वादा करते हुए, आतिशी ने कहा कि हम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में समाधान खोजने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. पिछले दो सालों से हम यमुना में झाग हटा रहे हैं.