हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार खत्म; सत्ता की हैट्रिक पर भाजपा की नजर, कांग्रेस को वापसी की उम्मीद
Haryana Assembly Polls: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को प्रचार अभियान खत्म हो गया. राज्य में सत्ता में काबिज भाजपा की नजर सत्ता की हैट्रिक पर है, जबकि कांग्रेस को राज्य में वापसी की उम्मीद है. वहीं, आम आदमी पार्टी और जनता जननायक पार्टी-आजाद समाज पार्टी गठबंधन भी दम दिखाने को तैयार है.
Haryana Assembly Polls: हरियाणा विधानसभा चुनाव में एक चरण के वोटिंग के लिए प्रचार अभियान गुरुवार शाम को समाप्त हो गया. राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को वोटिंग होनी है. भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखने की उम्मीद कर रही है, जबकि कांग्रेस एक दशक के लंबे अंतराल के बाद वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है. हरियाणा में प्रमुख चुनाव लड़ने वाले दलों में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ-साथ भारतीय राष्ट्रीय लोकदल-बहुजन समाज पार्टी (आईएनएलडी-बीएसपी) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी)-आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन शामिल हैं.
हरियाणा में मतदान 5 अक्टूबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होना है. सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,031 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं और मतदान के लिए 20,632 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने गुरुवार को बताया कि 15वीं हरियाणा विधानसभा के आम चुनाव में राज्य में 2.03 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. अग्रवाल ने बताया कि 2,03,54,350 मतदाताओं में से 1.07 करोड़ से अधिक मतदाता पुरुष हैं, जबकि 95 लाख से अधिक मतदाता महिलाएं हैं और 467 थर्ड जेंडर हैं.
हरियाणा में कुल 5.24 लाख से ज्यादा वोटर्स
हरियाणा में कुल 5,24,514 युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 18 से 19 वर्ष के बीच है, जबकि कुल 1,49,142 दिव्यांग मतदाता हैं, जिनमें से 93,545 पुरुष, 55,591 महिलाएं और 6 थर्ड जेंडर हैं. पंकज अग्रवाल के मुताबिक, 85 वर्ष से अधिक आयु के 2,31,093 मतदाता हैं, जिनमें 89,940 पुरुष और 1,41,153 महिलाएं शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, 100 वर्ष से अधिक आयु के 8,821 मतदाता हैं, जिनमें 3,283 पुरुष और 5,538 महिलाएं शामिल हैं. सर्विस वोटर्स की कुल संख्या 1,09,217 है, जिसमें 1,04,426 पुरुष और 4,791 महिलाएं हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कुल 1,031 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें 930 पुरुष और 101 महिलाएं शामिल हैं. इन उम्मीदवारों में 464 निर्दलीय उम्मीदवार हैं. वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी. 2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 90 में से 40 सीटें जीतीं, जेजेपी के साथ गठबंधन सरकार बनाई, जिसने 10 सीटें जीतीं. कांग्रेस ने 31 सीटें हासिल कीं. हालांकि, बाद में जेजेपी गठबंधन से अलग हो गई. मनोहर लाल खट्टर ने लगभग 9.5 वर्षों तक हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. इस साल मार्च में उनके बाद नायब सिंह सैनी ने पदभार संभाला. भाजपा उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है. सैनी लाडवा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं.
भाजपा राज्य में लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है, वहीं कांग्रेस पार्टी सत्ता विरोधी लहर और किसान आंदोलन तथा पहलवानों के विरोध के मुद्दों पर सत्ता वापस पाने का लक्ष्य बना रही है. कांग्रेस नेता और हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा गढ़ी सांपला-किलोई से चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव में प्रमुख चेहरों में से एक पहलवान विनेश फोगट हैं. पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 50 किग्रा फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने के बाद वह ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया के साथ 6 सितंबर को कांग्रेस पार्टी में शामिल हुईं. पिछले साल कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शुरू किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान विनेश प्रमुख पहलवानों में से एक थीं.
पीएम मोदी का दावा- भाजपा एक बार फिर लहराएगी परचम
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत पर भरोसा जताया और कहा कि राज्य के देशभक्त लोग कांग्रेस की विभाजनकारी और नकारात्मक राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेंगे. एक्स पर एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने पूरे राज्य का दौरा करने के बाद भाजपा के प्रति उत्साह और समर्थन देखा है. मैंने पिछले कुछ दिनों में पूरे राज्य का दौरा किया है. मैंने लोगों में जो उत्साह देखा है, उससे मुझे पूरा विश्वास है कि हरियाणा के लोग एक बार फिर भाजपा को अपना आशीर्वाद देंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हरियाणा के देशभक्त लोग कांग्रेस की विभाजनकारी और नकारात्मक राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने 14 सितंबर को कुरुक्षेत्र में चुनावी राज्य हरियाणा में अपनी पहली रैली को संबोधित किया. इसके बाद, पीएम मोदी ने 25 सितंबर को हरियाणा के सोनीपत और 28 सितंबर को हिसार में रैलियों को संबोधित किया. 1 अक्टूबर को प्रधानमंत्री ने पलवल में अपनी सार्वजनिक रैली की.
हुड्डा बोले- 10 साल में भाजपा ने कुछ नहीं किया
हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रचार के आखिरी दिन, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने पिछले 10 सालों में पिछली सरकारों की उपलब्धियों के बारे में बात करने के अलावा कुछ नहीं किया. हुड्डा ने कहा कि 2014 में हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, कानून व्यवस्था और रोजगार सृजन में नंबर वन था, लेकिन आज बेरोजगारी में हरियाणा नंबर वन है. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और अपराध काफी बढ़ गए हैं. 2005 से पहले भी यही स्थिति थी और 2005 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद हमने अपराधियों से कहा कि या तो वे आपराधिक गतिविधियां छोड़ दें या फिर हरियाणा छोड़ दें. मेरा सभी से विनम्र अनुरोध है कि वोट दें और इस सरकार को बाहर का रास्ता दिखाएं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस के पक्ष में जबरदस्त लहर है और वह भारी बहुमत से सरकार बनाएगी. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पिछले 10 सालों में भाजपा ने समाज के सभी वर्गों के लोगों के साथ अपमानजनक व्यवहार किया है. अब उन्हें सत्ता से हटाने का समय आ गया है. इस सरकार में पुलिस की गोलियों से 78 लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर दलित समुदाय से थे. पंचकूला में मरने वाले 40 लोगों में से 30 दलित थे. उन्होंने कहा कि वे (भाजपा) केवल झूठा प्रचार करते हैं और उनकी कोई वास्तविक उपलब्धि नहीं है. हमने किसानों को समृद्ध बनाने के लिए काम किया. पहले किसानों का शोषण किया जा रहा था. हमारे कार्यकाल में खाद सस्ती थी, डीजल सस्ता था. हम भूमि अधिग्रहण विधेयक लेकर आए.
इससे पहले, आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी)-आजाद समाज पार्टी (एएसपी) गठबंधन के लिए बहुत अच्छा माहौल है. आजाद ने भरोसा जताया कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में गठबंधन सकारात्मक परिणाम हासिल करेगा. आजाद ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि जेजेपी-एएसपी गठबंधन के प्रति लोगों में बहुत अच्छा माहौल है और हमारे कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा है. चुनाव वही जीतता है जिसके कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा होता है. पिछली बार की तरह इस बार भी यह गठबंधन बहुत अच्छे परिणाम देगा. जेजेपी-एएसपी गठबंधन हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहा है, जिसमें जेजेपी ने 70 सीटों पर और एएसपी ने 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
इस बीच, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि हरियाणा में आप के समर्थन के बिना कोई सरकार नहीं बन सकती. केजरीवाल ने कहा कि ये मेरी जिम्मेदारी है कि हमारे समर्थन से जो भी सरकार बने, हम सुनिश्चित करेंगे कि हरियाणा में बिजली मुफ्त में मिले.