Assembly Elections: हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को 20,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर वोटिंग शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई. भारतीय चुनाव आयोग (ECI) के मुताबिक, हरियाणा में रात 11 बजकर 45 मिनट तक 65.65 प्रतिशत दर्ज किया गया, जो राज्य में लोकसभा 2024 के 64.8 प्रतिशत मतदान से अधिक है.
चुनाव आयोग के मुताबिक, फतेहाबाद 74.51 प्रतिशत के साथ मतदान चार्ट में टॉप पर रहा, उसके बाद यमुनानगर में 73.27, मेवात में 72.83 और पंचकूला में सबसे कम 54.71 प्रतिशत मतदान हुआ. 90 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है.
टीवी-टुडे सी-वोटर के अनुमानों के अनुसार, कांग्रेस को राज्य में 50-58 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि भाजपा को 20-28 सीटें मिल सकती हैं. अन्य को 10-16 सीटें मिल सकती हैं.
पीपुल्स पल्स पोल सर्वे में कहा गया है कि कांग्रेस को 44-54 सीटें, भाजपा को 15-29 और अन्य को 4-9 सीटें मिल सकती हैं.
दैनिक भास्कर ने अपने पोल सर्वे में सुझाव दिया है कि कांग्रेस को 44-54 सीटें, भाजपा को 15-29 और अन्य को 4-9 सीटें मिल सकती हैं.
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने हरियाणा में पार्टी की रिकॉर्ड जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव जीत रही है. मुझे उम्मीद है कि हम हरियाणा में रिकॉर्ड जीत दर्ज करेंगे. हम हरियाणा में सरकार बनाएंगे. हमारा गठबंधन जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र में भी जीतेगा. बाद में, हम झारखंड में भी जीतेंगे. हम उत्तर प्रदेश और केदारनाथ (उत्तराखंड) में भी जीतेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में अपनी सरकार बनाएगी.
90 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,031 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा और मतदान के लिए 20,632 मतदान केंद्र बनाए गए थे. हरियाणा और जम्मू-कश्मीर दोनों के लिए वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी. 2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 90 में से 40 सीटें जीतीं, जेजेपी के साथ गठबंधन सरकार बनाई, जिसने 10 सीटें जीतीं. कांग्रेस ने 31 सीटें हासिल कीं. हालांकि, बाद में जेजेपी गठबंधन से अलग हो गई.