Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान संपन्न हो गया हैं. राज्य में इस बार लगभग 63 प्रतिशत के करीब वोटिंग हुई है, जो 2014 के विधानसभा चुनाव की तुलना में कम है. 2014 में 68 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था. अधिकांश मतदान केंद्रों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा, हालांकि कुछ स्थानों पर कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं. इस बार हुए चुनावों में 49 साल का रिकॉर्ड टूट गया. आइये जानें क्या है आंकड़े?
हरियाणा में इस बार का मतदान पिछले चुनावों की तुलना में कम रहा, लेकिन मतदान प्रक्रिया ज्यादातर शांतिपूर्ण रही. कुछ छोटी मोटी घटनाएं जरूर देखने को मिली. वहीं कुछ जगहों पर EVM की समस्या हुई. अब सभी की निगाहें 8 अक्टूबर पर टिकी हैं, जब यह स्पष्ट होगा कि कौन सी पार्टी राज्य में सरकार बनाएगी.
हरियाणा विधानसभा के 15वें गठन और नई सरकार के लिए करीब 63 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया. ये पिछले चुनावों से तो कम है ही बल्की अब तक का सबसे कम मतदान है. साल 1975 के आपातकाल के बाद यह हरियाणा में पहली बार इतने काम लोगों ने वोट किया है. साल 1977 में 64.46 प्रतिशत मतदान हुआ था. 1968 में हरियाणा के गठन के बाद सबसे कम 57.26 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. इस बार की वोटिंग 63 प्रतिशत पर ठहरी.
- अंबाला: 63.35%
- भिवानी: 63.06%
- चरखी दादरी: 58.10%
- फरीदाबाद: 51.90%
- फतेहाबाद: 67.05%
- गुरुग्राम: 49.97%
- हिसार: 65.70%
- झज्जर: 60.52%
- जींद: 66.02%
- कैथल: 62.53%
- करनाल: 60.42%
- कुरुक्षेत्र: 65.55%
- महेंद्रगढ़: 65.76%
- मेवात: 68.28%
- पलवल: 67.69%
- पंचकूला: 54.71%
- पानीपत: 60.52%
- रेवाड़ी: 62.85%
- रोहतक: 61.59%
- सिरसा: 65.37%
- सोनीपत: 58.27%
- यमुनानगर: 69.91%
प्रदेश में कुल 1031 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद हो चुका है. कम मतदान के कारण प्रत्याशियों की चिंताएं बढ़ी हुई हैं. मतगणना मंगलवार को होगी, और उसी दिन यह साफ हो जाएगा कि किस पार्टी की सरकार बनेगी. शहरी क्षेत्रों में मतदान कम हुआ. कुछ स्थानों पर हिंसक झड़पों की घटनाएं सामने आईं, लेकिन मतदान ज्यादातर शांतिपूर्ण रहा.
रोहतक के महम में हरियाणा जनसेवक पार्टी के प्रत्याशी बलराज कुंडू ने कांग्रेस प्रत्याशी बलराम दांगी के पिता पर हमले का आरोप लगाया. हिसार के खांडा खेड़ी में भाजपा और कांग्रेस समर्थकों के बीच मारपीट हुई. महेंद्रगढ़ में भाजपा और कांग्रेस के समर्थकों के बीच बूथ कब्जाने को लेकर तनाव हुआ. वहीं, नूंह में तीन स्थानों पर पत्थरबाजी में दो लोग घायल हुए. मतदान के दौरान कई स्थानों पर ईवीएम और वीवीपैट में तकनीकी समस्याएं आईं. कुछ मतदान केंद्रों पर 10 से 50 मिनट की देरी से मतदान शुरू हुआ.