0 से हीरो, फिर गठबंधन की सरकार; जानें हरियाणा में BJP का अबतक का सफर?
Haryana Assembly Election: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग चल रही है. आज जनता अपना फैसला EVM में कैद कर रही है. अभी प्रदेश में BJP की सरकार है. हरियाणा के विधानसभा में अब किसका राज होगा इसका खुलासा 8 अक्टूबर को होगा. आइये पिछले 3 चुनावों के आंकड़ों से समझें कैसे बीजेपी ने यहां सरकार बनाई और फिर कैसे उसकी सीटें घटती चली गईं.
Haryana Assembly Election: आज हरियाणा विधानसभा चुनाव का बड़ा दिन है. मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर यह तय कर रहा है कि अब उसे अगले पांच सालों के लिए प्रदेश में सरकार की कमान किसे देनी है. हालांकि, मतगणना के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. अभी प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. सबसे खास बात की ये 2009 में सीटों के मामले में चौथे नंबर में रहने वाली बीजेपी ने अगले चुनाव में छलांग मारी और अकेले के दम पर सरकार बना ली. हालांकि, अगले चुनाव में बीजेपी को गठबंधन का सहारा लेना पड़ा. आइये जानें पिछले 3 चुनावों के आकड़े कैसे रहे हैं.
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. यह देखना रोचक होगा कि इस चुनावी मुकाबले में किस दल की जीत होती है और कौन हारता है. वोटों की गिनती के दिन यह स्पष्ट हो जाएगा कि किस पार्टी को राज्य की जनता ने चुना है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 40 सीटें प्राप्त हुईं थीं. उसका वोट शेयर 36.49% रहा था.
कांग्रेस ने 31 सीटों पर जीत हासिल की थी और उसका वोट प्रतिशत 28.08% था.
जननायक जनता पार्टी (जजपा) को 10 सीटें मिली थीं और उनका वोट शेयर 14.80% था.
निर्दलीय उम्मीदवारों को 7 सीटें मिली थीं और उनका वोट प्रतिशत 9.17% था.
इनेलो को 1 सीट मिली थी और उनका वोट शेयर 2.44% था.
गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा ने 1 सीट पर जीत दर्ज की थी और उसका वोट प्रतिशत 0.66% था.
2014 हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे
बीजेपी ने 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी और उसका वोट शेयर 33.2% था.
इनेलो ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी और उसका वोट प्रतिशत 24.01% रहा था.
कांग्रेस ने 15 सीटों पर जीत दर्ज की थी और उनका वोट शेयर 20.06% था.
निर्दलीय उम्मीदवारों को 5 सीटें प्राप्त हुई थीं, जबकि उनका वोट प्रतिशत 10.06% था.
हजकां ने 2 सीटें हासिल की थीं और उसका वोट शेयर 3.6% रहा था.
बसपा को 1 सीट मिली थी और उसका वोट प्रतिशत 4.4% था.
शिरोमणि अकाली दल को भी 1 सीट प्राप्त हुई थी, उनका वोट प्रतिशत 0.6% था.
2009 हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे
कांग्रेस ने 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी और उसका वोट प्रतिशत 35.08% था.
इनेलो ने 31 सीटें जीतीं और उसका वोट शेयर 25.79% था.
हजकां को 6 सीटें मिलीं थीं और उनका वोट प्रतिशत 7.40% रहा था.
बीजेपी को 4 सीटें प्राप्त हुई थीं, और उसका वोट प्रतिशत 9.04% था.
बीएसपी ने 1 सीट जीती थी और उसका वोट शेयर 6.73% था.
शिरोमणि अकाली दल ने 1 सीट हासिल की थी और उनका वोट प्रतिशत 0.98% था.
अब तक का चुनावी सफर
साल 2009 में भारतीय जनता पार्टी राज्य में चौथे स्थान पर थी. उसे 9.04 फीसदी वोटों के साथ 4 सीटों पर जीत मिली थी. इस साल 40 सीटों के साथ कांग्रेस ने गठबंधन की सरकार बनाई. इसके बाद 2014 के चुनावों में बीजेपी ने ऊंची छलांग मारी और 33.2 फीसदी वोटों के साथ 47 सीटों पर जीत हासिल की. हालांकि, 2019 के चुनाव में बीजेपी ने वोट शेयर तो बढ़ाया लेकिन, उसे 7 सीटों का घाटा हो गया और गठबंधन की सरकार बनानी पड़ी. अब देखना होगा 2024 में जनता अपना क्या फैसला सुनाती है.