हरियाणा के गुरुग्राम जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां की रहने वाली कुशलिनी पॉल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर अपने जीवन के भयानक अनुभवों को शेयर किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि वह एक शारीरिक और मानसिक रूप से उत्पीड़न का शिकार हुईं और उन्हें उचित कानूनी सहायता नहीं मिली. अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा कि भारत में न्याय व्यवस्था घरेलू हिंसा को मान्यता देती है और महिलाओं को इसके लिए दोषी ठहराया जाता है.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म लिंक्डइन पोस्ट पर कुशलिनी पॉल ने बताया कि उन्होंने सौतिक गांगुली नाम के एक शख्स से इंस्टाग्राम पर मुलाकात की थी. वह गांगुली को आकर्षक मानती थीं, लेकिन जब वह उनसे पहली बार मिलीं, तो गांगुली उनके फोटो से काफी उम्र में बड़े नजर आए. फिर भी, पॉल ने इसे नजरअंदाज किया और खुद को "प्रेम और मासूमियत से अंधी" महसूस किया.
रेड फ्लैग्स' और बढ़ती हिंसा
कुशलिनी पॉल ने बताया कि शुरुआत में गांगुली का पेशेवर नजरिया समझ में आ रहा था, लेकिन जल्द ही उसने उनका सामाजिक जीवन छुपाना शुरू किया और उन्हें "आवाजाही" और "अवज्ञाकारी" कहना शुरू किया. इसके बाद, पॉल ने समझा कि कुछ गलत है और वह मानसिक रूप से भी परेशान हो गईं. हालांकि, गांगुली ने उन्हें थेरापी से दूर रहने को कहा और यह भी कहा कि वह उनकी "पिताहीन आदतों" को ठीक करेगा.
पॉल ने अपनी पोस्ट में यह भी बताया कि गांगुली ने एक बार होटल के बाहर उसकी मां के पास होते हुए उसे थप्पड़ मारा और उसके बाद भी वह उसके साथ रही, उम्मीद करते हुए कि स्थिति सुधरेगी.
शारीरिक उत्पीड़न का डरावना अनुभव महिला ने किया शेयर
कुशलिनी पॉल ने पोस्ट में बताया कि" सौतिक गांगुली ने मुझे पहले थप्पड़ मारा, मुझे शराबी और बदतमीज साबित करने के लिए. पॉल ने बताया कि 3 सप्ताह पहले जब वह बर्लिन में अपने सपनों के विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने के बाद, गांगुली ने उसे शादी और बच्चों के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया. बाद में, गांगुली ने माफी मांगी और 21 मार्च को उनसे मुलाकात की, लेकिन उन्होंने उसी मुद्दे पर फिर से गुस्से में आकर शारीरिक हिंसा की. पॉल ने लिखा कि उसने गांगुली से अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष किया, लेकिन वह उससे कहीं ज्यादा ताकतवर था और उसने उन्हें गला घोंट दिया.
पुलिस की लापरवाही और आरोपी का प्रभाव
पॉल ने बताया कि उसने अपने अनुभव के बाद पुलिस से मदद मांगी, लेकिन पुलिस स्टेशन में मौजूद दो महिला अधिकारियों ने उसकी FIR दर्ज करने से मना कर दिया और कहा कि उसे आरोपी को माफ कर देना चाहिए. पॉल ने आरोप लगाया कि गांगुली ने उनकी छवि को गलत तरीके से पेश करने की कोशिश की और उन्हें मानसिक रूप से परेशान, पागल और नशेड़ी साबित करने के लिए पुराने मैसेजों का इस्तेमाल किया.
पॉल का कहना था कि गांगुली का पिता, जो एक वरिष्ठ वायुसेना अधिकारी हैं, उन्होंने अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया और केस को प्रभावित किया. कुशलिनी ने अपनी पोस्ट में बताया कि गांगुली ने हमेशा दावा किया था कि वह Atlys नामक एक ट्रैवल कंपनी का संचालन करता है, लेकिन उसने कभी इसके बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी. पॉल ने आरोप लगाया कि गांगुली के झूठे वादों और धोखाधड़ी ने उनकी जिंदगी को बर्बाद कर दिया.
अन्य पीड़ित महिलाएं भी सामने आईं
कुशलिनी पॉल का कहना है कि उनके पोस्ट के बाद अन्य महिलाएं भी सामने आईं और उन्होंने बताया कि गांगुली ने उनके साथ भी शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न किया. पॉल का कहना है कि गांगुली एक सीरियल अब्यूज़र (serial abuser) है, जिसने महिलाओं के साथ कई बार धोखा किया और उन्हें शिकार बनाया.