हरियाणा के गुरुग्राम में एक गर्भवती महिला को बीच रास्ते ही बच्चे को जन्म देना पड़ा. गुरुग्राम पुलिस की मानें तो आपातकालीन प्रत्रिक्रिया वाहन (ईआरवी) उस महिला को रास्ते में मिल गई थी. जिसने उसे अस्पताल पहुंचाने में मदद की. हालांकि महिला ने रास्ते में ही बच्चे को जन्म दे दिया था. गुरुग्राम पुलिस के एक आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन (ईआरवी) ने एक 24 वर्षीय गर्भवती महिला को महज 17 मिनट में सरकारी अस्पताल पहुंचाने में मदद की.
पुलिस के अनुसार बुधवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे गुरुग्राम पुलिस की ईआरवी-269 दौलताबाद चौक पर ड्यूटी पर तैनात थी. इस दौरान ईआरवी पुलिस टीम के पास एक कार रुकी और कार में सवार एक व्यक्ति ने सेक्टर-10 स्थित सिविल अस्पताल गुरुग्राम का पता पूछा.
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस टीम ने देखा कि कार में एक गर्भवती महिला और दो लोग थे. उन्होंने बताया कि ईएचसी सुरेन्द्र और चालक कांस्टेबल जय भगवान ने गर्भवती महिला की स्थिति को ध्यान में रखते हुए कार को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने का निर्णय लिया.
उन्होंने कहा, 'पुलिस कर्मियों की जोड़ी ने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए, महिला की कार के आगे ईआरवी वाहन का सायरन बजाने का फैसला किया और रास्ते में आने वाले वाहनों को किनारे करते हुए, उन्होंने गर्भवती महिला को सिर्फ 17 मिनट में अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक महिला ने रास्ते में ही बच्चे को जन्म दे दिया था और दोनों (महिला और बच्चे) की हालत असामान्य थी.'
अधिकारी ने बताया कि अस्पताल पहुंचने पर पुलिस टीम ने तुरंत अस्पताल स्टाफ से संपर्क किया और गर्भवती महिला और नवजात शिशु को अस्पताल में भर्ती कराया. उन्होंने बताया, 'महिला और नवजात बच्चे का डॉक्टर ने इलाज किया. इलाज के बाद जब पुलिस टीम ने डॉक्टर से मां और बच्चे की स्थिति के बारे में पूछा तो डॉक्टर ने बताया कि दोनों स्वस्थ और सामान्य हैं.'
उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने अस्पताल में मौजूद महिला सोनू, उसके पति हसन और महिला के भाई सद्दाम को महिला और बच्चे की देखभाल करने तथा जरूरत पड़ने पर 112 नंबर पर फोन करके पुलिस सहायता लेने के निर्देश दिए.
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि नवजात के पिता, मामा व माता हयातपुर में मजदूरी करते हैं, जिन्होंने गुरुग्राम पुलिस द्वारा किए गए उपरोक्त कार्य की सराहना की तथा गुरुग्राम पुलिस को धन्यवाद दिया.