ताबड़तोड़ फायरिंग से हिला अंबाला कोर्ट परिसर, स्कॉर्पियो में आए बदमाशों ने पेशी पर आए युवक पर किया हमला
अंबाला बार एसोसिएशन के सचिव रिपंजीत सिंह ने कहा, "इस तरह की घटना पहली बार इस कोर्ट परिसर में हुई है. प्रशासन और पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था की ओर ध्यान देना चाहिए.
हरियाणा के अंबाला शहर में शनिवार (1 मार्च) को दिल दहला देने वाली घटना घटी. बताया जा रहा है कि, शहर के जिला कोर्ट कैंपस में दो सशस्त्र हमलावरों ने गोलीबारी की, जिनका टारगेट पुलिस की कस्टडी में रखा गया एक युवक था. जहां हमलावर एक काले रंग की एसयूवी कार में सवार होकर आए थे और फायरिंग के बाद घटनास्थल से फरार हो गए.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची. फिलहाल, अंबाला पुलिस टीम ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है. इस दौरान पुलिस ने क्राइम सीन से दो खाली गोलियों के खोखे बरामद किए हैं.
CCTV कैमरे की फुटेज जांचने में जुटी अंबाला पुलिस
कोर्ट परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच अंबाला पुलिस कर रही है. इस दौरान अंबाला सिटी के एसएचओ सुनील वत्स और डिप्टी एसपी राजत गुलिया इस मामले की जांच कर रहे हैं. इस दौरान एसएचओ ने बताया कि आरोपी अमन सोनकर, जो अंबाला कैंट के खातीक मंडी का रहने वाले है, जोकि पुलिस कस्टडी में था उसे बदमाशों ने अपना निशाना बनाया गया था.
जानिए क्या है पूरा मामला?
इस बीच एसएचओ ने कहा, "अमन सोनकर खातीक मंडी, अंबाला कैंट का निवासी है, जो एक मामले में गवाही देने के लिए कोर्ट परिसर में आया था. इस दौरान जैसे ही अमन कोर्ट गेट के पास पहुंचा, दो युवकों ने जो एसयूवी में आए थे, उस पर गोलीबारी शुरू कर दी. हालांकि, इस मामले में पुलिस का कहना है कि ये घटना पुरानी दुश्मनी का हिस्सा लग रही है. फिलहाल, हम सीसीटीवी कैमरों की मदद से मामले की जांच-पड़ताल कर रहे हैं.
कोर्ट कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
कोर्ट परिसर में तैनात एक सुरक्षा गार्ड ने बताया कि दो आदमी आए थे, जिनमें से एक के पास पिस्तौल थी. कोर्ट परिसर में तैनात पुलिस कर्मियों ने पूरी घटना देखी और अपनी बयान पुलिस को दिए.
गोलीबारी की यह घटना कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती है. कोर्ट में वकील भी भयभीत महसूस कर रहे हैं.
"इस तरह की घटना पहली बार इस कोर्ट परिसर में हुई''
इस दौरान अंबाला बार एसोसिएशन के सचिव रिपंजीत सिंह ने कहा, "इस तरह की घटना पहली बार इस कोर्ट परिसर में हुई है. प्रशासन और पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था की ओर ध्यान देना चाहिए. अगर कोई व्यक्ति कोर्ट के अंदर सुरक्षित नहीं है, तो बाहर की स्थिति क्या होगी? इस घटना ने वकीलों के बीच डर का माहौल पैदा कर दिया है.