Haryana Assembly Election: 'आया राम गया राम' की कहावत तो आपने सुनी ही होगी. ये बात भी हरियाणा से उपजी थी. समय 1967 का था. विधान सभा के सदस्य गया लाल ने एक ही दिन में तीन बार अपनी पार्टी बदल ली थी. अब 57 साल बाद एक बार इस से कुछ ऐसा ही हुआ है. मतदान के लिए कुछ समय बचा हुआ है. ऐसे में सियासी दल तो अपना पूरा दम लगा रहे हैं. वहीं दल बदलने की फिराक में बैठे नेता भी अपना लास्ट चांस ले रहे हैं. इसी क्रम में बीजेपी नेता अशोक तंवर ने भी फिर से हरियाणा में 'आया राम गया राम' रिपीट कर दिया है. आइये जाने पूरा मामला..
गुरुवार को बीजेपी नेता अशोक तंवर ने कांग्रेस के साथ जाने का फैसला किया. सबसे खास बात की वो एक घंटे पहले बीजेपी की रैली में थे. अचानक क्या हुआ पता नहीं...फिर वो राहुल गांधी की सभा में नजर आए और कांग्रेस का दामन थाम लिया. इसी कारण अब एक बार फिर से हरियाणा में 'आया राम गया राम' रिपीट होने की बात कही जा रही है.
बीजेपी नेता अशोक तंवर ने महज 8 महीने के भीतर भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ दिया और एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो गए. गुरुवार को महेंद्रगढ़ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की उपस्थिति में तंवर ने कांग्रेस की सदस्यता ली.
दिलचस्प बात यह रही कि कांग्रेस में शामिल होने से महज एक घंटे पहले तक अशोक तंवर बीजेपी नेताओं के साथ सफीदों (जींद) में चुनावी रैली कर रहे थे. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें साझा करते हुए राज्य में तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनने का दावा किया था. अशोक तंवर ने अपने पोस्ट में लिखा था, “नलवा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी रणधीर परिहार के समर्थन में आयोजित रैली को संबोधित किया. रणधीर जी भारी बहुमत से जीतेंगे और हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनेगी.”
अशोक तंवर ने 20 जनवरी 2024 को नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी. उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान सिरसा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा से 2.50 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था.
अशोक तंवर, हरियाणा के उभरते हुए युवा नेताओं में गिने जाते हैं. उन्होंने कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षी के साथ कांग्रेस कमेटी के सचिव, एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस के भी अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई है. कांग्रेस की टिकट से तंवर ने सिरसा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव भी जीता था. इसी कारण उनको राहुल गांधी का बेहद करीबी नेता माना जाता था. हालांकि, वो फिर बीजेपी में शामिल होगा.अब एक बार फिर वो घर वापसी कर चुके हैं. देखना होगा पार्टी में उनका कौन सा स्थान मिलता है.