Waqf Bachao Protest In Delhi: दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में मंगलवार को 'वक्फ बचाओ सम्मेलन' के नाम से बड़ा आयोजन हुआ, जिसमें देशभर से मुस्लिम संगठनों ने नए वक्फ कानून के विरोध में एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की. इस आयोजन की अगुवाई ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने की, जिसमें करीब 180 मुस्लिम तंजीमों ने भाग लिया.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
बता दें कि जलसे को देखते हुए स्टेडियम के बाहर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया. खुफिया एजेंसियों की चेतावनी के बाद सीआरपीएफ, बीएसएफ, दिल्ली पुलिस और महिला कर्मियों को मुस्तैद किया गया. सुरक्षाकर्मी लाठी और असॉल्ट राइफल से लैस रहे. प्रशासन ने आयोजन स्थल पर पूरी सतर्कता बरती और मुस्लिम समुदाय से शांति बनाए रखने की अपील की.
#WATCH | Delhi | All India Muslim Personal Law Board President Khalid Saifullah Rahmani says, "We want to send a message to the government that this country will not be run on the party manifesto. This country should be run according to the Constitution." https://t.co/6VFjqQRkmb pic.twitter.com/VZaTPORRFG
— ANI (@ANI) April 22, 2025
खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने उठाए गंभीर सवाल
वहीं सम्मेलन को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा, ''हम सरकार तक यह संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि देश पार्टी के मेनिफेस्टो से नहीं, बल्कि संविधान से चलना चाहिए. नया वक्फ कानून संविधान की आत्मा पर चोट है.''
विपक्षी नेता भी हुए शामिल
इसके अलावा, इस सम्मेलन में राजनीतिक दलों के कई सांसद भी पहुंचे. AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी, आरजेडी के मनोज झा, कांग्रेस के इमरान मसूद और सपा के मोहेबुल्ला नदवी समेत कई प्रमुख नेताओं ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. वहीं जमात ए इस्लामी हिंद के प्रमुख सैयद सदतुल्लाह हुसैनी, अजमेर दरगाह के सरवर चिश्ती और शिया धर्मगुरु कल्ब ए जवाद भी मंच पर नजर आए.