Nitin Gadkari On Delhi Air Pollution: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली की गंभीर वायु प्रदूषण की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. सोमवार को मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, 'अगर आप तीन दिन दिल्ली में रुकते हैं, तो आपको कोई न कोई इंफेक्शन हो ही जाएगा.' उन्होंने मेडिकल रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली की जहरीली हवा जीवन प्रत्याशा को 10 साल तक कम कर सकती है.
गडकरी ने दिल्ली और मुंबई दोनों को ‘रेड जोन’ में बताया और कहा कि पर्यावरणीय समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने की आवश्यकता है. 'इकोलॉजी और एथिक्स को उतनी ही अहमियत मिलनी चाहिए जितनी इकोनॉमी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को'
गडकरी ने कहा, 'हमने पर्यावरण को उतनी गंभीरता से नहीं लिया है, जितनी लेनी चाहिए थी. हमें पर्यावरण और नैतिकता को भी उतनी ही प्राथमिकता देनी चाहिए जितनी हम अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे को देते हैं.'
गडकरी ने यह भी कहा कि सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास प्रदूषण से लड़ने का एक अहम उपाय है. उन्होंने बताया कि भारत हर साल लगभग ₹22 लाख करोड़ के जीवाश्म ईंधन का आयात करता है, जिसमें पेट्रोल और डीज़ल से सबसे ज्यादा प्रदूषण होता है.
'ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करना जरूरी है. वाहनों के लिए ईंधन में बदलाव की जरूरत है. मैं वैकल्पिक ईंधनों का समर्थन एक योद्धा की तरह कर रहा हूं. मैं इम्पोर्ट को 22 लाख करोड़ रुपये कम करके किसानों की इनकम में 10 से 12 लाख करोड़ रुपये बढ़ाना चाहता हूं. यह कदम किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने में मददगार साबित हो सकता है.
गडकरी ने कहा कि भारत को USD 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए परिवहन, बिजली, जल और संचार जैसे क्षेत्रों में विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, 'चीन की लॉजिस्टिक्स लागत 8% है, अमेरिका और यूरोपीय संघ की 12%, लेकिन भारत की 14-16% है. हम इसे सिंगल डिजिट में लाना चाहते हैं. जनवरी तक इसे घटाकर 9% कर देंगे.'
यह पहली बार नहीं है जब गडकरी ने दिल्ली की हवा पर सवाल उठाए हों. दिसंबर 2023 में भी उन्होंने कहा था कि उन्हें राजधानी आने का मन नहीं करता. 'हर बार दिल्ली में आता हूं, तो लगता है कि आना चाहिए या नहीं. इतना भयानक प्रदूषण है,' उन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था.