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India Daily

एडवांस सैलरी मांगने पर फैक्ट्री मालिक ने मजदूर भाइयों की बेरहमी से पिटाई, दिए बिजली के झटके, नाखून तक उखाड़े!

छत्तीसगढ़ नौकरी करने गए पीड़ितों का आरोप है कि सैलरी मांगने पर न केवल उन्हें बुरी तरह पीटा गया, बल्कि कपड़े उतरवाकर बिजली का करंट तक लगाया गया और परिजनों से पैसे मंगवाकर छोड़ा गया.

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Edited By: Mayank Tiwari
राजस्थान के मजदूरों के साथ छत्तीसगढ़ में हैवानियत
Courtesy: Social Media

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक आइसक्रीम फैक्ट्री के दो मजदूरों पर उनके मालिक और उसके सहयोगी द्वारा चोरी के शक में अमानवीय अत्याचार की घटना सामने आई है. इस मामले में पुलिस का कहना है कि, अभिषेक भांभी और विनोद भांभी, जो मूल रूप से राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के रहने वाले हैं, उन पर बिजली के झटके देकर उनके नाखून उखाड़े गए.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये दिल दहलाने वाली घटना कोरबा जिले के सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के खपराभट्टी में स्थित फैक्ट्री में हुई. दरअसल, 14 अप्रैल को फैक्ट्री मालिक छोटू गुर्जर और उनके सहयोगी मुकेश शर्मा ने दोनों मजदूरों पर चोरी का आरोप लगाया था. इस घटना पर पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों को निर्वस्त्र कर बिजली के झटके दिए गए और उनके नाखून उखाड़े गए. इस क्रूर यातना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एक अर्धनग्न व्यक्ति को बिजली के झटके देते और मारते हुए दिखाया गया है.

पीड़ितों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दर्ज की FIR

यातना सहने के बाद दोनों मजदूर किसी तरह भागकर अपने गृहनगर भीलवाड़ा पहुंचे. उन्होंने वहां गुलाबपुरा थाने में शिकायत दर्ज की. हालांकि, राजस्थान पुलिस ने "जीरो FIR" दर्ज कर मामला कोरबा पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया. जीरो FIR के तहत पीड़ित किसी भी थाने में शिकायत दर्ज कर सकते हैं, भले ही अपराध कहीं और हुआ हो. इसके बाद, कोरबा के सिविल लाइन्स थाने में शुक्रवार को गुर्जर और शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

एडवांस सैलरी मांगने पर मालिक ने की जमकर पिटाई

पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित अभिषेक भामभी ने बताया कि उसने गाड़ी की फिटिंग के लिए मालिक से 20,000 रुपये एडवांस मांगा था. जब मालिक ने पैसे देने से इनकार किया तो उसने नौकरी छोड़ने की इच्छा जताई. बस इसी बात से नाराज होकर मालिक ने उसे और उसके साथी की बेरहमी से पिटाई की. हालांकि, इस मामले का संज्ञान लेते हुए सिविल लाइंस थाना प्रभारी प्रमोद डाडसेना ने बताया कि अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और फिलहाल आगे की जांच-पड़ताल जारी है.