राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ विधानसभा में आपत्तिजनक इशारा करने का गंभीर आरोप लगाया. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार की हालत देखकर उन्हें तरस आता है और वह अब ऐसी स्थिति में हैं कि उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की जानी चाहिए.
तेजस्वी ने नीतीश कुमार के व्यवहार पर सवाल उठाते हुए कहा, "विधानसभा में उनकी टिप्पणियां और इशारे सामान्य नहीं हैं. वह राबड़ी देवी की ओर इशारा करके उनकी बिंदी को लेकर अजीब सवाल करते हैं. मुख्यमंत्री पूछते हैं, 'आप बिंदी क्यों लगाती हैं?' यह उनकी मानसिक स्थिति को दर्शाता है. मुझे लगता है कि उन्हें अब इस्तीफा दे देना चाहिए." तेजस्वी ने यह भी मांग की कि विधानसभा की उस घटना का वीडियो सामने लाया जाए ताकि सच सबके सामने आए.
उन्होंने आगे कहा, "पहले भी नीतीश कुमार एक मंत्री शीला मंडल की बिंदी को लेकर टिप्पणी कर चुके हैं. वह कहते हैं कि उन्होंने लालू जी को बनाया, लेकिन दोनों में कोई तुलना नहीं है. नीतीश कुमार लगातार चुनाव हारते रहे, जबकि मेरे पिता 1977 में ही सांसद बन गए थे."
नीतीश पर इस्तीफे का दबाव
तेजस्वी ने नीतीश कुमार की सेहत और नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाते हुए कहा, "उन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए. मेरे पिता उनसे पहले सांसद बन चुके थे. हमारी पार्टी के समर्थन पत्र के बिना वह मुख्यमंत्री नहीं बन सकते थे. अब उन्हें सरकार चलाने की बजाय किसी आश्रम में चले जाना चाहिए. 14 करोड़ लोगों का भविष्य उनके हाथों में सुरक्षित नहीं है."
नीतीश का पलटवार: 'वंशवादी राजनीति' का आरोप
दूसरी ओर, 7 मार्च को नीतीश कुमार ने आरजेडी और लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए 'वंशवादी राजनीति' का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि जब 1997 में चारा घोटाले के कारण लालू जेल गए, तो उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया. नीतीश ने विधानसभा में आरजेडी की महिला विधायकों से सवाल किया, "आपके दल ने आपको विधायक बनाया, लेकिन क्या आपने महिलाओं के लिए कुछ काम किया? हमने महिलाओं के लिए कितना कुछ किया है, क्या आप इसे समझते हैं? आप उस पार्टी में हैं जिसने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया." इस घटनाक्रम से बिहार की सियासत में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है. दोनों नेताओं के बीच यह जुबानी जंग आने वाले दिनों में और तेज होने की संभावना है.