बिहार में राजनीति के मैदान से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता ने आरोप लगाया है कि RJD विधायक के समर्थकों ने उन्हें पीटा और पेशाब पिलाया. इस घटना ने राज्य की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. जदयू नेता का आरोप है कि यह हमला उनके राजनीतिक विचारों और उनके दल के खिलाफ किया गया था
JDU नेता ने दावा किया कि यह घटना बिहार के एक स्थानीय इलाके में हुई. उनके अनुसार, जब वे अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंचे, तो राजद विधायक के समर्थकों ने उन्हें घेर लिया और पहले तो शारीरिक रूप से पीटा. इसके बाद, आरोप है कि उन्हें अपमानित करने के लिए पेशाब पिलाया गया. जदयू नेता ने कहा, "यह घटना मेरे लिए अत्यंत अपमानजनक थी, और यह राजनीतिक असहमति को हिंसा और अपमान के रूप में बदलने की एक घिनौनी कोशिश थी."
JDU नेता ने इस हमले के लिए सीधे तौर पर राजद विधायक के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया. हालांकि, विधायक ने इस आरोप का खंडन किया है और कहा है कि वह इस घटना से पूरी तरह अनजान हैं. उन्होंने कहा, "मैं ऐसे कृत्य की निंदा करता हूं. अगर इस तरह का कुछ हुआ है, तो इसकी जांच होनी चाहिए. यह किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए बिल्कुल अस्वीकार्य है." इस घटना के बाद, जदयू ने राजद और उनके समर्थकों पर कड़ी आलोचना की है. पार्टी ने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी अपने विरोधियों को दबाने के लिए हिंसा का सहारा ले रही है. जदयू के नेताओं ने बिहार सरकार से इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है, ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके.
यह घटना बिहार की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर सकती है, खासकर ऐसे समय में जब राज्य में विधानसभा चुनाव की चर्चा हो रही है. दोनों पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो सकता है. जदयू नेता ने इस हमले को विपक्षी हिंसा का प्रतीक बताया, जबकि राजद ने इसे झूठा और आधारहीन आरोप करार दिया.
यह घटना बिहार के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में एक और विवाद को जन्म दे सकती है. राजनीतिक हिंसा और अपमानजनक व्यवहार को लेकर जदयू और राजद के बीच और तकरार बढ़ सकती है. इस बीच, दोनों दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज कर दिया है. अब देखना होगा कि बिहार सरकार इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और राजनीतिक माहौल पर इसका क्या असर पड़ता है.