'नीतीश कुमार मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं', ऐसा क्यों बोले PK
Prashant Kishor on Nitish Kumar: प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि वह मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थनहीं है.
Prashant Kishor on Nitish Kumar: आधिकारिक रूप से अपनी पार्टी जन सुराज को लॉन्च करने से पहले राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि नीतिश कुमार ना ही मानसिक रूप और ना ही शारीरिक रूप से स्वस्थ्य हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी केंद्र में अपनी सरकार चलाने के लिए नीतिश कुमार को आगे बढ़ा रही है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार के स्वास्थ्य के बारे में उनका आकलन मुख्यमंत्री की सार्वजनिक जीवन से अपेक्षाकृत अनुपस्थिति और कई ज्वलंत मुद्दों पर उनकी चुप्पी पर आधारित है. चाहे वह बाढ़ हो या भूमि सर्वेक्षण और स्मार्ट मीटर लगाने का विवाद.
"राजनिति के आखिरी पड़ाव में नीतिश कुमार"
प्रशांत किशोर ने कहा कि सभी को पता है कि नीतिश कुमार राजनीतिक के आखिरी पड़ाव पर है. अब उनके नाम पर चुनाव नहीं जीता जा सकता.
उन्होंने कहा, ''यहां तक कि उनके समर्थक भी जानते हैं कि अपनी मौजूदा शारीरिक, मानसिक और राजनीतिक स्थिति में वह किसी भी तरह से बिहार जैसे राज्य को चलाने की स्थिति में नहीं हैं. बिहार के लोगों ने 2020 के चुनावों में भी ऐसा ही संदेश दिया था, जब JDU केवल 42 सीटें जीत पाई थी, जो बीजेपी की 74 और मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी की 75 सीटों से काफी पीछे रह गई थी.''
इससे पहले पीके ने आरोप लगाया था कि नीतिश कुमार ने 2-4 सलाहकारों को अपना शासन सौंप चुके हैं. प्रसांत किशोर ने कहा, "बिहार में एक बड़ा वर्ग इस बात पर आश्चर्य कर रहा है कि क्या वह बिहार को नेतृत्व प्रदान करने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं."
एक समय JDU के नेता थे PK
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने में मदद की थी. बाद में किशोर सितंबर 2018 में पार्टी के उपाध्यक्ष के रूप में जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल हो गए. हालाँकि, यह दोस्ती ज्यादा दिन तक नहीं टिकी. प्रशांत किशोर, जिनका जन सुराज अभियान एक नई पार्टी का रूप ले रहा है, ने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपनी राजनीतिक मजबूरियों और लाभों के लिए बिहार को कष्ट में डाला है और राज्य के लोग भगवा पार्टी को इसके लिए दंडित करेंगे.