Prashant Kishor Jan Suraj: पीके. हम फिल्म की बात नहीं बल्कि पॉलिटिकल रिसर्चर प्रशांत किशोर की बात कर रहे हैं जो अब राजनीत में आने वाले हैं. 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर वह अपनी पार्टी को आधिकारिक रूप से लॉन्च करेंगे. राजधानी पटना स्थित वेटनरी कॉलेज में लॉन्चिंग प्रोग्राम है. पार्टी को लॉन्च करने से पहले पीके ने सभी तैयारी कर ली है. पार्टी का संविधान बन गया. कितने पद होंगे. राष्ट्रीय स्तर पर कैसे होगा. राज्य स्तर पर पार्टी कैसे काम करेगी. सब कुछ लगभग फाइनल हो चुका है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीके की पार्टी का जो संविधान है उसमें यह भी उल्लेख है कि विधायकी लड़ने के लिए न्यूनतम हाई स्कूल पास होना अनिवार्य है.
2 अक्टूबर के बाद पार्टी में कौन-कौन से पद होंगे. किस तरह की लीडरशिप होगा और कैसे काम करेगी यह सब क्लियर हो जाएगा. अभी त सिर्फ अंदाजा लगाया या फिर सूत्रों के हवालों से ये खबर सामने आ रही है. करीब 2 साल तक पैदल पदयात्रा करने के बाद अब पीके पूरी तरह से अपनी पार्टी लॉन्च करने के लिए तैयार हैं.
जन सुराज नाम तो सुना ही होगा. यह पीके की पार्टी है. चुनाव आयोग में इसका रजिस्ट्रेशन भी हो चुका है. चुनाव आयोग ने इसे चुनाव चिन्ह भी दे दिया है. हालांकि, पार्टी चुनाव चिन्ह पर विचार कर रही है. जन सुराज के संविधान में कई ऐसी बाते लिखी गईं है जो भारत के अन्य राजनीतिक दलों के संविधान में नहीं है. अपनी पार्टी जन सुराज के जरिए ही प्रशांक किशोर राजनीति में एंट्री मारेंगे.
पीके के पार्टी का नाम जन सुराज होगा. यह पार्टी राष्ट्रीय स्तर की पार्टी होगी. इस पार्टी का राष्ट्रीय स्तर पर एक अध्यक्ष होगा.
राष्ट्रीय स्तर पर अध्यक्ष के साथ महासचिव, उपाध्यक्ष और सचिव का भी पद बनाया गया है. पार्टी के राष्ट्रीय स्तर पर सेंट्रल कमेटी सबसे पॉवरफुल होगी. राष्ट्रीय स्तर पर कमेटी में 19-21 सदस्य होंगे.
पार्टी के सभी बड़े फैसले सेंट्रल कमेटी ही तय करेगी. इस कमेटी में सभी वर्गों की भागेदारी सुनिश्चित होगी.
पार्टी से टिकट लेकर जो भी चुनाव लड़ना चाहेगा उसके लिए न्यूनतम अर्हता तय की गई है. सूत्रों से मिली खबर के अनुसार विधयाकी का टिकट लेने के लिए 10वीं पास जरूरी है.