Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में भारतीय खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के अधिकारी मनीष रंजन की मौत हो गई. इस हमले में मनीष रंजन के अलावा 26 निर्दोष लोग भी शिकार बने हैं. आतंकियों ने अचानक पर्यटकों पर हमला किया और कई लोगों को अपनी गोलियों का निशाना बनाया. यह हमला मंगलवार दोपहर करीब 2:30 बजे बैसरन घाटी में हुआ, जब आतंकियों ने सेना की वर्दी पहनकर हमला किया, जिससे वहां मौजूद लोग इन्हें इंडियन आर्मी समझ बैठे और आतंकियों की मंशा का अंदाजा नहीं लगा पाए.
मनीष रंजन, जो हैदराबाद स्थित आईबी कार्यालय में सेक्शन ऑफिसर के रूप में काम कर रहे थे, बिहार के निवासी थे और अपने परिवार के साथ पहलगाम घूमने आए थे. उनके साथ उनकी पत्नी और दो बच्चे भी थे. आतंकियों ने मनीष रंजन को उनकी पत्नी और बच्चों के सामने गोली मारी, जिससे उनकी मौत हो गई. हालांकि, उनके परिवार के अन्य सदस्य इस हमले में सुरक्षित रहे.
इस हमले के बाद आतंकियों ने वहां मौजूद कई अन्य पर्यटकों पर भी गोलियां चलायीं, जिनमें से कुछ की मौत हो गई और कई घायल हो गए. अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 17 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. घायलों का इलाज जम्मू-कश्मीर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है.
इस हमले के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा बीच में ही छोड़कर बुधवार सुबह दिल्ली लौटने का निर्णय लिया. दिल्ली एयरपोर्ट पर उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव ने इस हमले की विस्तृत जानकारी दी. प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी क्राउन प्रिंस के साथ अपनी द्विपक्षीय वार्ता के बाद आधिकारिक रात्रिभोज में भाग नहीं लिया और भारत लौटने का फैसला किया.
इस हमले में भारतीय नौसेना के युवा अधिकारी, लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की भी जान चली गई. विनय नरवाल की शादी हाल ही में 19 अप्रैल को हुई थी और वे अपनी पत्नी के साथ हनीमून पर कश्मीर आए थे. वे कोच्चि में तैनात थे और हरियाणा के करनाल निवासी थे. इस हमले में उनकी पत्नी सुरक्षित हैं, लेकिन विनय नरवाल का शव सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में देखा जा सकता है, जिसमें वे अपनी पत्नी के साथ थे. यह एक दिल दहला देने वाला दृश्य था, जिसने पूरे देश को शोक में डाल दिया.