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JDU Press Conference On Waqf Bill: एक सवाल और थम गई JDU की प्रेस कॉन्फ्रेंस, वक्फ बिल पर पार्टी ने नहीं दिया कोई जवाब

JDU Press Conference On Waqf Bill: जेडीयू कार्यालय में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने वक्फ विधेयक पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई, लेकिन जैसे ही यह कॉन्फ्रेंस शुरू हुई, इसे अचानक खत्म कर दिया गया, जिससे बिहार में अब राजनीतिक हलचल तेज हो गई.

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Edited By: Ritu Sharma
JDU Press Conference On Waqf Bill
Courtesy: Social Media

JDU Press Conference On Waqf Bill: एक तरफ जहां बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है, वहीं दूसरी तरफ शनिवार को जेडीयू कार्यालय में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की ओर से वक्फ (संशोधन) विधेयक पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई. इस मौके पर प्रकोष्ठ अध्यक्ष अशरफ अंसारी, एमएलसी गुलाम गौस, पूर्व सांसद कहकशां परवीन, सुन्नी वक्फ बोर्ड के प्रमुख इर्शादुल्ला, शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष अफजल अब्बास और प्रवक्ता अंज़ुम आरा समेत तमाम नेता मंच पर मौजूद थे.

जैसे ही सवाल उठा, प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म

बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत पार्टी प्रवक्ता अंजुम आरा के बयान से हुई, जिसमें उन्होंने कहा, ''हमारे नेता नीतीश कुमार ने जेपीसी के सामने पांच अहम सुझाव रखे थे जिन्हें सरकार ने स्वीकार कर लिया. नीतीश जी ने हमेशा अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा की है और आगे भी करते रहेंगे. उनके रहते मुसलमानों का कोई नुकसान नहीं होगा.''

मगर जैसे ही अशरफ अंसारी बोलने के लिए खड़े हुए, एक पत्रकार ने सवाल दाग दिया ' वक्फ बोर्ड में हिंदू सदस्यों की नियुक्ति पर पार्टी की क्या राय है? इस सवाल पर मंच पर सन्नाटा छा गया और प्रेस कॉन्फ्रेंस वहीं अचानक खत्म कर दी गई.

प्रेस नोट में दी गई सफाई

बाद में जेडीयू ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि पार्टी ने बिल को लेकर पांच बड़े सुझाव दिए थे-

  • जमीन राज्य का विषय बना रहे
  • कानून पूर्व-प्रभावी न हो
  • मस्जिद या दरगाह वाली संपत्तियों को संरक्षित रखा जाए
  • विवाद निपटारे का अधिकार उच्च अधिकारियों को मिले
  • डिजिटलीकरण की डेडलाइन 6 महीने बढ़े

इसके अलावा पार्टी ने आगे कहा कि इन संशोधनों के बाद बिल में अब कोई भ्रम नहीं रह गया है.