चुनाव से पहले बिहार में क्यों बदले गए बीजेपी नेताओं के विभाग, समझिए पूरी कहानी

बिहार के मंत्रीमंडल में बड़ा फेरबदल किया गया है. इसके अलावा नवनिर्वाचित सात मंत्रियों को भी उनके विभाग सौंप दिए गए हैं. अब बिहार में कुल 36 कैबिनेट मंत्री हैं.

बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने वाले है. बुधवार को बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था और आज नीतीश कुमार ने बीजेपी के विभागों में फेरबदल कर दिया. यही नहीं नवनिर्वाचित मंत्रियों को भी उनका विभाग सौंपा गया है. इस फेरबदल के तहत कई दिग्गज नेताओं के साथ खेला हो गया. राज्य सरकार में नंबर तीन की हैसियत रखने वाले डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और मंत्री नितिन नवीन से बड़े और असरदार विभाग लेकर उन्हें कम महत्वपूर्ण विभाग दे दिए गए. वहीं नए मंत्रियों को कुछ मालदार विभाग दिए गए हैं जिससे उनके प्रशंसकों में खुशी है.

 राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इन नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इसके साथ ही राज्य कैबिनेट का आकार बढ़कर 36 सदस्यीय हो गया. हाल ही में हुए विभागीय फेरबदल में निम्नलिखित मंत्रियों को उनके विभाग सौंपे गए हैं:

  • संजय सरावगी – राजस्व और भूमि सुधार
  • सुनील कुमार – वन और पर्यावरण
  • विजय मंडल – आपदा प्रबंधन
  • कृष्ण कुमार मंटू – सूचना प्रौद्योगिकी
  • मोतीलाल प्रसाद – कला और संस्कृति
  • राजू कुमार सिंह – पर्यटन
  • जीवेश मिश्रा – शहरी विकास

इसके अलावा, कुछ मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव किए गए हैं:

नितिन नवीन को सौंपा गया सड़क निर्माण विभाग. विजय सिन्हा को कृषि विभाग सौंपा गया जो पहले मंगल पांडे के पास था. वहीं मंगल पांडे को कानून विभाग सौंपा गया, जो अब तक नितिन नवीन के पास था. इसके अलावा, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा से सड़क निर्माण और कला संस्कृति विभाग वापस ले लिए गए. सड़क निर्माण विभाग अब नितिन नवीन के पास है, जबकि कला संस्कृति विभाग नए मंत्री मोतीलाल प्रसाद को सौंपा गया. पहले शहरी विकास विभाग नितिन नवीन के पास था, अब यह विभाग नए मंत्री जीवेश मिश्रा को दिया गया है.

इस फेरबदल से पहले, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने 'एक व्यक्ति, एक पद' की पार्टी नीति के तहत कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. दिलीप जायसवाल को पिछले साल जनवरी में कैबिनेट में शामिल किया गया था, जब बीजेपी ने राज्य में सत्ता में वापसी की और नीतीश कुमार ने एनडीए में शामिल होकर सरकार बनाई थी. यह कैबिनेट विस्तार बिहार बजट सत्र के शुरू होने से दो दिन पहले किया गया है, जो 28 फरवरी से आरंभ होगा.