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'बदले नीतीश कुमार चार नौकरशाहों के चंगुल में हैं', पीके ने किया बिहार के CM पर तीखा वार

PK On Nitish Kumar: राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कड़ा हमला करते हुए आरोप लगाया कि उनकी सरकार चार सेवानिवृत्त नौकरशाहों द्वारा नियंत्रित की जा रही है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीके ने कहा कि नीतीश कुमार अब बदल गए हैं और अपनी नैतिकता खो चुके हैं. वह सिर्फ मुख्यमंत्री के पद को बनाए रखने में रुचि रखते हैं.

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Edited By: India Daily Live
Prashant Kishor
Courtesy: Social Media

PK On Nitish Kumar: राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला किया. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार को चार सेवानिवृत्त नौकरशाह नियंत्रित कर रहे हैं. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पीके ने नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने की कसम खाई. उन्होंने नीतीश पर सेवानिवृत्त नौकरशाहों के एक छोटे समूह के माध्यम से अपनी सरकार चलाने का आरोप लगाया और दावा किया कि न तो कुमार और न ही ये नौकरशाह लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों को समझते हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार बदल गए हैं और अपनी नैतिकता खो चुके हैं. वह सिर्फ़ मुख्यमंत्री के रूप में अपनी स्थिति को बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. पीके ने यह भी भविष्यवाणी की कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव शराब, भूमि सर्वेक्षण और स्मार्ट मीटर के मुद्दों के इर्द-गिर्द घूमेंगे. ऐसे में उनका मानना ​​है कि मौजूदा सरकार का पतन होगा. पीके ने राज्य में मौजूदा शराबबंदी कानून को नकली बताते हुए कहा कि जब हम बिहार में 2025 के विधानसभा चुनावों के बाद सरकार बनाएंगे तो हम एक घंटे के भीतर शराबबंदी को खत्म कर देंगे.

राज्य को हर साल हो रहा इतना नुकसान

उन्होंने दावा किया कि राज्य को सालाना करीब 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है जबकि शराब माफिया और अधिकारी अवैध व्यापार से मुनाफा कमा रहे हैं. पीके ने जोर देकर कहा कि वह इस नीति के खिलाफ बोलना जारी रखेंगे भले ही उन्हें महिलाओं के वोट न मिलें. उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार सरकार चार सेवानिवृत्त नौकरशाहों द्वारा चलाई जा रही है. सीएम इन बाबुओं के चंगुल में हैं. न तो कुमार और न ही ये नौकरशाह लोगों की समस्याओं से वाकिफ हैं. नीतीश कुमार अब बदल गए हैं.  उन्होंने अपनी नैतिकता खो दी है और केवल मुख्यमंत्री की कुर्सी को सुरक्षित रखने में रुचि रखते हैं.  पीके ने दावा किया कि उन्होंने नीतीश कुमार को सलाह दी थी कि जब उनकी पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनावों में केवल 42 सीटें जीती थीं तब वह सीएम न बनें लेकिन कुमार ने फिर भी प्रस्ताव स्वीकार कर लिया. 

जेडीयू और राजद दोनों पर साधा निशाना

पीके ने बिहार के हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए आरजेडी और कुमार की जेडी(यू) दोनों की आलोचना की. बिहार के लोगों ने 30 साल तक दोनों को देखा है.  अब, मुझे विश्वास है कि हम अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में बिहार में जीतेंगे. हमारी व्यापक जीत होगी. अगर हमारी पार्टी 243 सदस्यीय विधानसभा में केवल बहुमत का आंकड़ा छूती है या बहुमत से 10-15 सीटें अधिक प्राप्त करती है  यह हमारे लिए हार होगी.  अपनी हार स्वीकार करूंगा. हम बड़ी जीत  चाहते हैं. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी पार्टी जन सुराज अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में व्यापक जीत हासिल करेगी.  पीके ने कहा कि  बीजेपी  को आने वाले चुनावों में अपमानजनक हार का सामना करना पड़ेगा क्योंकि भगवा पार्टी बिहार में नेतृत्व संकट का सामना कर रही है.