Lok Sabha Elections 2024: बिहार में NDA का 'फाइनल फॉर्मूला' निकल गया. NDA के बीच सीटों का बंटवारा हो गया. सीट बंटवारें में पशुपति पारस गुट वाले LJP को कुछ नहीं मिला. ऐसे में नाराज पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया. पारस मोदी सरकार में खाद्य और प्रसंस्करण मंत्री का पदभार संभाल रहे थे. सवाल ये कि अब पशुपति पारस क्या करेंगे? इसका जवाब आज ही मिलने की उम्मीद भी है. पशुपति पारस आज पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं. कहा जा रहा है कि पारस कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं.
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सोमवार की शाम सीटों के बंटवारे पर अंतिम मुहर लगी. सीट शेयरिंग के मुताबिक, भाजपा एक बार फिर बड़े भाई की भूमिका निभाएगी और 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं जेडीयू के खाते में 16 सीटें आई हैं. चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 5, जीतनराम मांझी की पार्टी HAM को 1 और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल को एक सीट मिली है.
बिहार में NDA के बीच सीट शेयरिंग के बाद नाराज बताए जा रहे पुशपति पारस आज क्या फैसला लेंगे, ये बड़ा सवाल है. अगर संभावनाओं पर गौर किया जाए, तो हो सकता है पशुपति पारस केंद्रीय मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे सकते हैं. इसके साथ ही वे एनडीए भी छोड़ने की घोषणा कर सकते हैं.
अब सवाल ये कि आखिर पारस के पास क्या ऑप्शन बचा है? सूत्रों के मुताबिक, पशुपति पारस राष्ट्रीय जनता दल यानी RJD के संपर्क में हैं. INDIA गठबंधन ने पशुपति पारस को हाजीपुर समेत 3 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, पशुपति पारस को हाजीपुर के अलावा, नवादा और समस्तीपुर सीट का भी ऑफर दिया गया है.
दरअसल, हाजीपुर लोकसभा सीट दिवंगत रामविलास पासवान की पारंपरिक सीट है. इस सीट पर 2019 में पशुपति पारस ने चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी, जबकि रामविलास पासवान राज्यसभा भेजे गए थे.
पशुपति पारस की चाहत है कि वे अपने बड़े भाई यानी रामविलास पासवान की पारंपरिक सीट हाजीपुर से ही दोबारा चुनाव लड़ें, जबकि रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान की चाहत है कि वे अपने पिता की पारंपरिक सीट हाजीपुर से चुनाव लड़ें. चाचा-भतीजा के बीच हाजीपुर सीट को लेकर पेंच फंसा हुआ है. 2014 और 2019 में जमुई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले चिराग पासवान ने 2024 के लिए हाजीपुर सीट से दावा ठोंक दिया है.
बिहार में भाजपा को 17 सीट, JDU को 16 सीट, चिराग पासवान को 5 सीट, उपेंद्र कुशवाहा को 1 सीट और जीतन राम मांझी की पार्टी को 1 सीट मिली है. वहीं अभी तक बिहार में कांग्रेस, राजद और लेफ्ट के बीच सीटों का बंटवारा तय नहीं हुआ है. बता दें कि बिहार में सातों चरण में चुनाव होंगे, जिसके नतीजे 4 जून को घोषित होंगे.
बिहार में बीजेपी पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, औरंगाबाद, मधुबनी, अररिया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, सारण, उजियारपुर ,बेगूसराय, नवादा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर और सासाराम की लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी.
बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 16 सीटों पर अपने उम्मीदार उतारेगी जिसमें बाल्मिकी नगर, सीतामढ़ी, झंझारपुर, सुपौल, किशनगंज, कटियार, पूर्णिया, मधेपुरा, गोपालगंज, सिवान, भागलपुर, बांका, मुंगेर, नालंदा, जहानाबाद और शिवहर की लोकसभा सीटें शामिल हैं.
बिहार में राम विलास पासवान गुट की लोकजनशक्ति पार्टी के खाते में 5 सीटें दी गई हैं जिसमें हाजीपुर, वैशाली, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई लोकसभा सीट शामिल है. इसके अलावा जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) पार्टी को गया लोकसभा सीट से तो वहीं उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी को काराकाट लोकसभा की सीट दी गई है.