Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी INDIA गठबंधन ने अपनी हूंकार भरना शुरू कर दिया है. आज यानी 3 मार्च को बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में कांग्रेस, आरजेडी, सपा और वामपंथी दलों की महारैली का आयोजन हुआ.
आयोजकों ने इस रैली का नाम जनविश्वास रैली रखा. सभा को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने संबोधित किया. हालांकि सभी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा, लेकिन सबसे ज्यादा आक्रामक भाषण लालू प्रसाद यादव का रहा.
पटना में जनविश्वास महारैली को लालू यादव ने अपने चिरपरिचित अंदाज में संबोधित किया. पहले तो उन्होंने मौजूद लोगों का स्वागत किया. इसके बाद केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. लालू यादव ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी परिवारवाद के पीछे पड़े रहते हैं. इस पर उन्होंने सवाल किया कि भाई आपको परिवारवाद से इतनी नफरत क्यों है? उन्होंने कटाक्ष किया और कहा कि आपका तो परिवार ही नहीं है. आप कहां जानोगे कि परिवार क्या होता है?
इसके बाद लालू यादव ने गरीबों के पक्ष में आपना भाषणा शुरू किया. उन्होंने कहा कि हम गरीबों को उनका हक दिलाकर रहेंगे. केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में गरीबी फैला दी है. लेकिन हमने उन्हें नौकरी देने का काम किया है.
उन्होंने बताया कि जब तेजस्वी डिप्टी सीएम थे तब मैं उनसे रोज पूछता था कि आज कितने लोगों को नौकरी दी. मैं ये काम रोज करता था. लालू ने कहा कि मैंने सिपाही भर्ती के लिए भी तेजस्वी से कहा था. इसके बाद लालू ने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया. कहा कि हमने उन्हें कभी गाली नहीं दी, लेकिन वो पलटू राम निकले.
फिर लालू प्रसाद यादव ने पीएम मोदी पर सीधे प्रहार किया. उन्होंने कहा कि मोदी तो हिंदू ही नहीं हैं. उन्होंने उदाहरण दिया कि जब किसी की माता का देहांत हो जाता है तो बेटा अपने केस हटवाता (मुंडन) है. लेकिन मोदी जी ने नहीं किया. इससे साफ होता है कि मोदी हिंदू ही नहीं.
साथ ही लालू यादव ने मोदी, भाजपा और आरएसएस पर देश में नफरत फैलाने का आरोप लगाया. हालांकि लालू यादव से पहले सभा को अखिलेश यादव, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी संबोधित किया.