Lok Sabha Election 2024: राजनीति की पिच पर अब लालू यादव की बेटी करने वाली हैं पॉलिटिकल डेब्यू, जानिए किस सीट से भरेंगी पर्चा

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार से एक बड़ी खबर सामने आई है. लालू प्रसाद यादव के परिवार से एक और कैंडिडेट पॉलिटिकल डेब्यू करने जा रहा है.

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Lok Sabha Election 2024: राजनीति में अक्सर वंशवाद को लेकर तीखे प्रहार होते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र अपने हर चुनावी रैली में विपक्ष की लगभग पार्टियों पर वंशवादी राजनीति करने का आरोप लगाते हैं. पिछले दिनों बिहार में हुई विपक्षी INDIA गठबंधन की रैली में लालू यादव ने पीएम मोदी के इस जुमले का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि मोदी का परिवार नहीं है, इसलिए वे परिवारवाद और वंशवाद की बातें करते हैं. 

इन्हीं आरोप-प्रत्यारोप के बीच लालू के परिवार की एक बड़ी खबर सामने आई है. दावा किया जा रहा है कि लालू की चौथी बेटी रोहिणी आचार्य इस बार राजनीति में डेब्यू करने जा रही है. वे बिहार की सारण सीट से अपना नामांकन कर सकती हैं. हालांकि अभी तक लालू के दोनों बेटे तेज प्रताप, तेजस्वी यादव और बेटी मीसा भारती राजनीति में सक्रिय हैं. 

पिता लालू को दान की थी अपनी एक किडनी

रोहिणी आचार्य उस वक्त सुर्खियों में आई थीं, जब उन्होंने अपने बीमार पिता लालू यादव को अपनी एक किडनी दान की थी. लालू यादव का दिसंबर 2022 में सिंगापुर के एक अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. रोहिणी आचार्य भी वर्तमान में सिंगापुर में रहती हैं. 

राजद के वरिष्ठ एमएलसी सुनील कुमार सिंह ने रोहिणी आचार्य के बिहार सारण लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरने के संकेत दिए हैं. उन्होंने रविवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि सारण के सभी पार्टी कार्यकर्ता दिल से चाहते हैं कि रोहिणी को यहां से राजद उम्मीदवार घोषित किया जाए. रिपोर्ट्स के अनुसार सुनील कुमार सिंह पूर्व सीएम राबड़ी देवी के राखी भाई माने जाते हैं. 

जानिए लालू यादव का पॉलिटिकल करियर

लालू प्रसाद यादव पहली बार 29 साल की उम्र में 1977 में छपरा सीट (अब सारण) से चुने गए थे. बाद में उन्होंने 1989 और 2004 में फिर से इसी को हासिल किया. करोड़ों रुपयों के चारा घोटाला केस में सीबीआई कोर्ट की ओर से दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें लोकसभा सदस्यता से अयोग्य घोषित किया गया था. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में लालू ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को अपनी गृह सीट सारण से मैदान में उतारा. हालांकि राबड़ी करीब 41 हजार वोटों से हार गई थीं.

पिछले महीने गांधी मैदान में एक साथ थे लालू और बेटी रोहिणी

इस महीने की शुरुआत में पटना के गांधी मैदान में हुई विपक्ष की जन विश्वास रैली के दौरान रोहिणी आचार्य अपने पिता के साथ मंच पर दिखाई दी थीं. रैली में लालू यादव ने उन्हें जनता से मिलवाया था. लालू के इस कदम से रोहिणी की राजनीति में एंट्री की अटकलें शुरू हो गई थीं.

इससे पहले बिहार में नीतीश कुमार और लालू परिवार के बीच हुए राजनीतिक टकराव के दौरान भी रोहिणी आचार्य ने अपना आक्रामक रूप दिखाया था. उन्होंने नीतीश कुमार को लेकर सोशल मीडिया पर कई पोस्ट शेयर किए थे. जो काफी वायरल हुए थे.