बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा है कि उनके पति लालू प्रसाद ने कोई गलत काम नहीं किया फिर भी उन्हें सजा दी गई. उच्च सदन में विपक्ष की नेता राबड़ी देवी ने ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग की तरफ से हर दूसरे दिन नोटिस मिलने की भी शिकायत की है.
राबड़ी देवी ने सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि यह सब राजनीतिक बदले की भावना से किया जा रहा है. उन्होंने सदन में जनता दल (यूनाइटेड) के नेता और प्रवक्ता नीरज कुमार की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्हें लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधने में आनंद आता है और वे बार-बार उनका कैदी नंबर लेकर तंज कसते हैं.
लालू यादव को चारा घोटाले में नाम आने के कारण 1997 में मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा था. जेल जाने से पहले उन्होंने अपनी पत्नी को सीएम की कुर्सी पर बिठा दिया. उन्हें 2013 में चारा घोटाले के एक मामले में दोषी ठहराया गया था.
लालू प्रसाद यादव भारतीय राजनीति के एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने बिहार की राजनीति में गहरी छाप छोड़ी है. हालांकि, उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते उन्हें चारा घोटाले में सजा मिली, जिसके बाद वे जेल भी गए. लेकिन उनकी पार्टी और समर्थकों का मानना है कि यह पूरी कार्रवाई राजनीति से प्रेरित थी और उन्हें झूठे मामलों में फंसाया गया.