केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी शराबबंदी पर अकसर बोलते रहते हैं. बिहार से आए दिन शराब तस्करी के खबरें आते रहती हैं. एक बार फिर जीतन राम मांझी ने इसे लेकर बयान दिया है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि राज्य में शराबबंदी होने के बावजूद वो शराब पीते हैं.
दरअसल, मीडिया ने जब उनसे पूछा कि क्या बिहार में शराबबंदी ठीक है. इसपर उन्होंने जवाब देते हुए कि शराबबंदी खराब चीज नहीं है, लेकिन उसके लागू करने में गड़बड़ी है. मांझी ने कहा कि गरीब लोग अगर 250 ग्राम भी शराब पी लेते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाता है.
मांझी ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि ये सिर्फ गरीब लोगों के लिए नियम है. दूसरी तरफ जो लोग शराब की तस्करी करते हैं उन्हें छोड़ दिया जाता है. जैसे हम लोग रात में शराब पीते हैं तो हम लोग को नहीं पकड़ा जाता है. ये गलत है.
जीतन राम मांझी ने कहा कि शराबबंदी के नियमों में अब समीक्षा की जरुरत है. इससे गरीब लोगों का नुकशान हो रहा है. शराबबंदी के मामलों में करीब 5 लाख गरीबों पर मुकदमा हुआ है. हम पहले भी कई बार शराबबंदी के नियमों में समीक्षा की मांग कर चुके हैं. इसके साथ ही मांझी ने इंडी अलायंस के घटक दलों की मंशा को लेकर सवाल खड़े किए. तेजस्वी यादव के नीतीश कुमार सुषुप्त अवस्था वाले तंज पर पूछे गए सवाल पर बोले, तेजस्वी यादव सपना देख रहे हैं. कोई रात में सपना देखता है तो कोई दिन में सपना देख रहा है. उन्हें सपना देखते रहने दीजिए.