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India Daily

'ना झुका हूं, ना झुकूंगा, टाइगर अभी जिंदा है', बिहार में RJD की पोस्टर पॉलिटिक्स तेज; गरमाई सियासत

बिहार में एक बार फिर पोस्टर वार शुरू हो गया है, इस पोस्टर के जरिए संदेश दिया गया है कि लालू परिवार किसी दबाव के आगे नहीं झुकेगा. राजद द्वारा लगाए गए पोस्टरों में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव की तस्वीरें हैं.

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Edited By: Ritu Sharma
bihar politics poster war
Courtesy: Social Media

Bihar Politics: बिहार की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब राबड़ी देवी के आवास के बाहर और पटना के अन्य हिस्सों में बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए. इन पोस्टरों में लिखा था, "ना झुका हूँ, ना झुकूंगा, टाइगर अभी जिंदा है." ये पोस्टर लालू प्रसाद यादव के समर्थन में लगाए गए हैं, जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया था.

लालू यादव के समर्थन में आरजेडी कार्यकर्ताओं की पहल

पटना में लगाए गए इन पोस्टरों में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव की तस्वीरें भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि ये पोस्टर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए हैं. आरजेडी समर्थकों का कहना है कि लालू परिवार के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियां राजनीतिक दबाव में कार्रवाई कर रही हैं, लेकिन वे किसी भी हाल में न तो झुकेंगे और न ही पीछे हटेंगे.

बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग

इन पोस्टरों को लेकर सियासी बवाल भी तेज हो गया है.

  • कांग्रेस प्रवक्ता शिशिर कौंण्डिल्य ने कहा कि ''भाजपा चुनाव से पहले अपने पुराने हथकंडे अपना रही है, लेकिन बिहार की जनता इसका जवाब 2025 के चुनाव में देगी.'' 
  • वहीं राजद प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने कहा, '''हमारे नेता, चाहे लालू यादव हों या तेजस्वी यादव, बीजेपी और उसकी एजेंसियों का डटकर मुकाबला करेंगे.'' 
  • इसके अलावा बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा, ''टाइगर अभी जिंदा है का मतलब यह है कि अभी और लूट बाकी है.''

ईडी की कार्रवाई और लालू यादव से पूछताछ

बताते चले कि राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव बुधवार को पटना स्थित ईडी कार्यालय में पेश हुए थे. करीब चार घंटे तक पूछताछ के बाद वे अपने आवास लौटे. पूछताछ के दौरान उनकी बेटी और सांसद मीसा भारती भी उनके साथ थीं.

राबड़ी देवी और तेज प्रताप से भी हुई थी पूछताछ

इससे पहले मंगलवार को राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव से भी चार घंटे तक ईडी की पूछताछ हुई थी. आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए 2004-2009 के बीच नौकरी के बदले जमीन ली गई थी.

क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाला?

बहरहाल, यह मामला रेलवे में डी ग्रुप की भर्तियों से जुड़ा है. आरोप है कि नौकरी के बदले उम्मीदवारों से रिश्वत के रूप में जमीन ली गई थी. सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया और अब जांच जारी है.