बिहार विधान परिषद में मंगलवार को आरक्षण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष की नेता राबड़ी देवी के बीच तीखी बहस छिड़ गई. यह हंगामा तब शुरू हुआ जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सदस्य विरोध के तौर पर हरे रंग की टी-शर्ट पहनकर सदन में पहुंचे. नाराज नीतीश कुमार ने इसे "नौटंकी" करार देते हुए इसकी प्रासंगिकता पर सवाल उठाए. उन्होंने सदन को संबोधित करते हुए कहा, “ये सब नौटंकी है. इसका कोई मतलब नहीं. क्या आपने देश में कहीं ऐसा कुछ देखा है?”
नीतीश का राबड़ी पर व्यक्तिगत हमला
Patna, Bihar: Former CM and RJD leader Rabri Devi says, "We are protesting over the reservation issue and demanding that 65% reservation be included in the 9th Schedule" https://t.co/4J3V7m7Pcb pic.twitter.com/Dddm1C7za4
— IANS (@ians_india) March 25, 2025
राबड़ी का जवाब और बढ़ता विवाद
जब राबड़ी ने नीतीश की मजाक उड़ाने वाली टिप्पणी का विरोध किया, तो नीतीश ने उन्हें खारिज करते हुए कहा, “आप इससे बाहर रहें. ये पार्टी आपके पति की है, आपकी नहीं.” बाद में पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश ने इस विरोध पर सवाल उठाया और कहा कि विधानसभा के अंदर टी-शर्ट पहनकर ऐसा व्यवहार देश में कहीं और नहीं देखा गया. उन्होंने पूछा, “क्या आपने देश में कहीं और ऐसा व्यवहार देखा है?”
VIDEO | Patna: Bihar CM Nitish Kumar and Legislative Council LoP Rabri Devi engage in heated exchange over the issue of reservation.#BiharNews #PatnaNews
— Press Trust of India (@PTI_News) March 25, 2025
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/8sNRpiuPxt
आरक्षण नीति और विधानसभा में हंगामा
विपक्ष ने मांग की कि बिहार की 65% आरक्षण नीति को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए. इस दौरान RJD सदस्यों ने विधानसभा के अंदर फर्नीचर उलटने की कोशिश भी की. नीतीश कुमार बार-बार राबड़ी देवी को निशाना बनाते रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने एक और तीखा व्यक्तिगत हमला बोला और कहा, “इनके पति ने इन्हें मुख्यमंत्री बनाया था जब उन्हें निलंबित किया गया था.” जब राबड़ी ने अपने आठ साल के कार्यकाल और उपलब्धियों का बचाव करने की कोशिश की, तो नीतीश ने मगही में कहा, “छोड़ा न, तोहरा कुछ मालूम है” (आप चुप रहें, आपको कुछ पता नहीं).
शासन और महिला कल्याण पर मतभेद
दोनों के बीच शासन और महिला कल्याण जैसे मुद्दों पर भी टकराव हुआ. नीतीश ने राबड़ी को “परिस्थितियों का मुख्यमंत्री” कहा, जिसके जवाब में राबड़ी ने नीतीश पर महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाया और विपक्षी सदस्यों के साथ सदन से वॉकआउट कर दिया.