Bihar Pakistani Nationals: बिहार सरकार ने शुक्रवार को यह सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को आदेश दिया कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक 27 अप्रैल के बाद भारत में न रहे. सरकार ने यह जानकारी दी कि भारतीय सरकार के निर्देशों के तहत पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद, सभी पाकिस्तानी नागरिक जिन्होंने हाल ही में बिहार का दौरा किया था, वे निर्धारित समय सीमा से पहले राज्य छोड़ चुके हैं.
बिहार में हाल ही में विभिन्न जिलों में पर्यटक या वीजिट वीजा पर आए 19 पाकिस्तानी नागरिक 25 अप्रैल या उससे पहले राज्य छोड़ चुके हैं. यह लोग जनवरी 2025 के बाद बिहार आए थे. गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि 'जिले ने यह रिपोर्ट किया है कि राज्य में कोई भी पाकिस्तानी नागरिक नहीं बचा है, जो वापस न लौटा हो.'
अब केवल वे पाकिस्तानी नागरिक बिहार में रह रहे हैं जिनके पास मेडिकल वीजा या लंबी अवधि के वीजा (LTVs) हैं. हालांकि, मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक वैध हैं, और इसके बाद इनकी वैधता भी समाप्त हो जाएगी.
- सीवान जिले में तीन पाकिस्तानी नागरिक 25 अप्रैल को राज्य छोड़ चुके हैं.
- पटना में एक पाकिस्तानी नागरिक ने 21 अप्रैल को राज्य छोड़ा.
- दरभंगा में पांच पाकिस्तानी नागरिकों ने 20 अप्रैल को बिहार छोड़ा.
- सारण में पांच अन्य ने 24 मार्च को राज्य छोड़ा.
- बेगूसराय में एक नागरिक ने 15 मार्च को बिहार छोड़ा.
इसके अलावा, मुजफ्फरपुर और जमुई जिलों से फरवरी में चार पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी हो चुकी है.
बिहार सरकार ने केंद्र के आदेशों का पालन करते हुए कार्रवाई की. शुक्रवार को सभी जिला अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया कि केंद्र के फैसले का पालन पूरी तरह से किया जाए. राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि 27 अप्रैल के बाद सभी वैध वीजे रद्द हो जाएंगे, जबकि मेडिकल वीजे केवल 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे.
पटना में 24 पाकिस्तानी महिलाएं लंबी अवधि के वीजा पर रह रही हैं, जिनमें से तीन ने भारतीय नागरिकता के लिए अपने पासपोर्ट surrender कर दिए हैं. एक महिला को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया है, और उसकी जांच जारी है.