Arun Yadav: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके करीबियों की मुसीबत कम होती नजर नही आ रही है. प्रवर्तन निदेशालय ने आरजेडी नेता अरुण यादव की 22 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है. ईडी द्वारा यह एक्शन अवैध बालू खनन से जुड़े मामले में लिया गया है.
प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व विधायक अरुण यादव की संपत्ति को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जब्त किया गया है. इस साल के फरवरी महीने में ईडी द्वारा अरुण यादव के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. जिसके बाद आज ईडी ने एक्शन लेते हुए उनके संपत्ति को जब्त कर लिया है.
लालू परिवार से खास कनेक्शन
आरजेडी के पूर्व विधायक अरुण यादव की पत्नी देवी भोजपुर जिले की संदेश सीट से विधायक हैं. दोनों यादव परिवार का काफी गहरा कनेक्शन बताया जाता है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इससे पहले अरुण यादव का नाम लैंड फॉर जॉब मामले में भी आ चुका है. जिसमें लालू यादव और उनके पूरे परिवार पर अभी भी मामला चल रहा है. जिसके बाद अब अवैध बालू खनन कर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उनकी संपत्ति जब्त की गई है. उनपर आरोप है कि अवैध बालू खनन कर के उन्होंने गलत तरीके से पैसे कमाए हैं.
टैक्स बचाने का आरोप
ईडी का कहना है कि अरुण यादव ने अपनी कंपनी दुर्गा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड रखा है. जिसके माध्यम से उन्होंने दानापुर में पांच फ्लैट खरीदी थे. अब यह बताया जा रहा है कि यह फ्लैट किसी और का नहीं बल्कि लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के नाम से रजिस्टर था. दोनों परिवारों ने अपना फायदा देखते हुए सौदा किया है. अरुण यादव पर आरोप यह भी है कि उन्होंने इनकम टैक्स से बचने के लिए यह सौदा किया था, हालांकि मामले की जांच जारी है.