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क्या INDIA गठबंधन ने चला दिया अपना सत्ता परिवर्तन का बाण, BJP नेता के बयान से मचा सियासी घमासान

Power in Bihar: लोकसभा चुनाव 2024 में कुछ ऐसे आंकड़े सामने आए जिसमें भाजपा को अकेले बहुमत नहीं मिला. ऐसे में नीतीश कुमार की JDU और चंद्रबाबू नायडू की TDP की पार्टी की पावर NDA सरकार में बढ़ गई. सरकार के गठन के साथ ही इस बात की चर्चा होने लगी थी कि INDA गठबंधन इन नेताओं को अपने खेमे में लाने की कोशिश कर सकता है. ऐसे में अब अश्विनी चौबे के बयान से भी यही कयास लगाए जा रहे हैं.

India Daily Live
Shyam Datt Chaturvedi

Power in Bihar: लगातार दो बार लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर बहुमत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी के लिए 2024 के लोकसभा चुनाव मन मुताबिक नहीं रहे. जहां बीजेपी को सिर्फ 240 सीटें मिली तो वहीं एनडीए गठबंधन के खाते में 292 सीटें आईं. बीजेपी के बहुमत हासिल न करने से एनडीए में सहयोगी पार्टियों का कद बढ़ गया है खासतौर से नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी, जिन्होंने लोकसभा चुनाव में 31 सीटें अपने नाम की.

जहां एक ओर नीतीश कुमार का इतिहास गठबंधन तोड़ने और दूसरे से जोड़ने का रहा है तो वहीं पर टीडीपी और बीजेपी के बीच कुछ महीने पहले ही समझौता हुआ है. ऐसे में लगातार कयास लगाए जा रहे थे कि एनडीए की सरकार ज्यादा नहीं चलेगी और कभी भी हो सकता है जब दोनों सहयोगी पार्टियां एनडीए का साथ छोड़कर इंडिया गठबंधन से जुड़ जाएं.

अश्विनी चौबे के बयान पर घमासान

मजे की बात यह है कि दोनों ही पार्टियों ने इंडिया गठबंधन को बनाने की नींव रखी थी लेकिन चुनाव से पहले दोनों ने ही इंडिया गठबंधन का साथ छोड़ दिया. चुनाव से ठीक बाद आए मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान (सही समय आने पर सही फैसला लेंगे) के कारण NDA के सहयोगियों के भविष्य में पलटने की भावनाओं को कभी नहीं नकारा गया. इस बीच बिहार के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने ऐसा बयान दिया है जिसने सियासी बाजार को गर्म कर दिया है. लोग चर्चा करने लगे हैं कि क्या INDIA गठबंधन ने सरकार बदलने की अपनी चाल चल दी है?

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आए थे नीतीश कुमार

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार महागठबंधन का साथ छोड़कर NDA में शामिल हो गए थे. उनका गठबंधनों का बदलने का सिलसिला पुराना रहा है. बिहार चुनाव के आसपास वो फिर से पलटी मार सकते हैं. इस बात को रफ्तार तब मिली जब वो शपथ ग्रहण के लिए दिल्ली आए तो उनके साथ तेजस्वी यादव मौजूद रहे. अब एक बार फिर से अश्विनी चौबे के बयान पर घमासान मचा हुआ है.

अश्विनी चौबे ने क्या कहा?

अश्विनी चौबे ने कहा कि इस बार बिहार में NDA भाजपा के नेतृत्व में चुनाव लड़े और BJP के नेतृत्व में सरकार बननी चाहिए. इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि मैं चाहता हूं कि पूर्ण बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी एनडीए को भी आगे बढ़ाए. उन्होंने कहा कि हम नीतीश कुमार को साथ हैं और आगे भी रहेंगे. इसके आगे उन्होंने कहा कि वो उनकी पार्टी में बाहर के लोगों यानी आयातित माल को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

NDA का मतलब नीतीश कुमार

अश्विनी चौबे के बयान के बाद JDU का भी रिएक्शन आया है. जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय झा ने बिहार में NDA मतलब नीतीश कुमार बताया है. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए का मतलब है नीतीश कुमार, इसमें कोई कन्फ्यूजन नहीं है. उन्होंने याद भी दिलाया कि लोकसभा चुनाव के साथ ही बिहार बीजेपी अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ ही विजय कुमार सिन्हा ने भी 2025 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व लड़ने की बात कह चुके हैं.

क्या INDIA गठबंधन ने चली चाल?

JDU और BJP नेताओं के ओर से आए बयान के बाद अब कयास ये लगाए जा रहे हैं कि क्या वाकई में इंडिया गठबंधन ने सत्ता बदलने की शुरुआत कर दी है. क्या गठबंधन नीतीश कुमार से बात कर सत्ता परिवर्तन का बाण चला रही है? खैर इन सवालों का जवाब तो भविष्य के गर्त में छुपा है लेकिन अभी तो इन कयासों के कारण सियासी बाजार गर्म है.