Bihar: बिहार में 15 दिनों के भीतर तीन महिला शिक्षकों की रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई. बेगूसराय, गोपालगंज और मधेपुरा जिले से सामने आया ये तीनों मामला अलग है लेकिन काफी ज्यादा रहस्यमय है. इन तीनों केस में महिला के शव को उनके बंद कमरे में पाया गया है. जिसके बाद पुलिस सभी मामले की जांच में जुटी है.
पति से था विवाद
बेगूसराय जिले से आया पहला मामला बलिया का है. जहां उर्दू प्राथमिक विद्यालय कसबा में ड्यूटी कर रही सरकारी शिक्षिका नाजिया परवीन का शव मंगलवार को उनके किराए के मकान में पाया गया। परिवार से मिली जानकारी के मुताबिक नाजिया और उनके पति के रिश्ते ठीक नहीं थे. जिसके कारण वो काफी परेशान रहती थी.
परिवार वालों ने बताया कि आठ साल पहले उनकी शादी हुई थी उसके बाद भी वो मायके में ही रहती थी. पिछले साल ही वे वीपीएससी क्वालीफाई करके शिक्षिका बनी थी. पुलिस ने उनके शवको पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. जिसके बाद उनके मौता का कारण पता चल जाएगा. उनके कमरे में कोई भी सुसाइड नोट नहीं पाया गया है.
हत्या की आशंका
गोपालगंज जिले से सामने आया दूसरा मामला 6 अक्टूबर का है. जिसमें बीपीएससी शिक्षिका निक्की कुमारी दरभंगा जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के बांकी खाल स्थित अपने कमरे में पंखे से लटकी मिली थी। निक्की ने पिछले साल ही बीपीएससी की परीक्षा निकाली थी. पुलिस को जांच के दौरान कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है. हालांकि पुलिस को उनका कमरा बाहर से बंद मिला. जिसके कारण उनकी हत्या की आशंका जताई जा रही है. इस मामले में पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से जांच कर रही है.
यूपी की थी आदिति
उत्तर प्रदेश की रहने वाली आदिति सिंह मधेपुरा जिले के टोका गांव में कार्यरत थीं. यहां वो किराए के मकान में अकेले रहती थी. उनके कमरे से ही उनका शव पाया गया. अन्य दो शिक्षिकाओं की तरह आदिति भी बीपीएससी परीक्षा पास कर के शिक्षका बनी थी. इस मामले में भी कोई सुसाइड नोट नहीं पाया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.