Bihar Politics: बिहार विधानसभा में आज राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बीच एक बार फिर जुबानी तकरार सुनने को मिली. विपक्षी पार्टी ने सरकार को जब अपराध के मुद्दे पर घेरना शुरू किया तो सीएम नीतीश ने लालू राज की याद दिला दी.
सीएम नीतीश कुमार ने अपराध के मुद्दे पर मोर्चा थामते हुए सदन को आश्वस्त किया कि किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा और घटना की सख्ती से जांच की जाएगी. साथ ही उन्होंने एक बार फिर से राबड़ी देवी को राजद राज को याद दिलाते हुए उनके पति और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर भी हमला किया. दोनों के बीच शुरू हुए बहस की वजह से सदन का माहौल पूरा गरमा गया.
राजद विधायक राबड़ी देवी ने एक युवती के मर्डर का मामला उठा कर सदन में नीतीश सरकार पर हमला बोला. जिसके बाद खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इस मामले पर बोलते हुए कहा कि सरकार इस मामले की सख्ती से जांच करवा रही है. हालांकि इसके बाद भी विपक्षी नेताओं ने विरोध जताते हुए हंगामा किया. जिसपर पलटवार करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हम हर एक चीज की जानकारी ले रहे हैं. उन्होंने आगे विपक्ष के हंगामे को शांत कराते हुए कहा कि बैठो ने काहे हल्ला कर रहे हो.
उन्होंने फिर से दोहराया कि इन लोगों ने आज तक कभी कुछ नहीं किया. पहले हिंदू-मुस्लिम में इतना झगड़ा होता था. इन लोगों ने कोई काम नहीं किया था. यह सारा काम हमने किया था. इसलिए इनके बोलने का कोई मतलब नहीं है. आप लोग बस पब्लिसिटी चाहते हैं और लोगों को ये बात पता चल चुका है. उन्होंने विपक्षी पार्टी से सवाल पूछते हुए कहा कि आप इतने साल तक किस चीज के लिए मुख्यमंत्री बने थे. सारा काम पिछले 19 सालों में हुआ है. उससे पहले कुछ नहीं हुआ था.
#WATCH | Bihar CM Nitish Kumar and RJD MLA & former CM Rabri Devi had a verbal altercation in the State Assembly in Patna today
— ANI (@ANI) March 20, 2025
(Video source: Bihar Assembly) pic.twitter.com/orMFyKjCDr
नीतीश कुमार आज सदन में मोबाइल के इस्तेमाल पर भी भड़क गए. इसी के साथ उन्होंने सदन में सदस्यों द्वारा मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग की. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव को अनुरोध करते हुए इसे प्रतिबंधित करने की अपील की. नीतीश कुमार ने यह मांग विधानसभा के एक सदस्य कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदाय यादव द्वारा पेश किए आंकड़े के बाद कही है. सीएम नीतीश के इस मांग के बाद सदन में मौजूद सदस्य ने अपने-अपने फोन छिपाने शुरू कर दिए. हालांकि सीएम नीतीश के इस मांग के बाद विपक्षी नेताओं ने हमला बोलना शुरू कर दिया.