BPSC की परीक्षा को लेकर बिहार में बवाल, पटना में छात्रों को पुलिस ने लाठियों से पीटा, की पानी की बौछार

बीपीएससी परीक्षा के विरोध में छात्रों का आंदोलन अब एक बड़ा मुद्दा बन चुका है. प्रशांत किशोर का समर्थन और लगातार बढ़ता हुआ विरोध प्रदर्शन यह दर्शाता है कि छात्रों के मन में गहरी असंतोष है. अब यह देखना होगा कि बिहार सरकार और बीपीएससी इस मुद्दे को किस तरह से सुलझाते हैं, और क्या छात्रों की मांगों को ध्यान में रखा जाएगा.

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बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (CCE) में हुई कथित अनियमितताओं को लेकर छात्रों का विरोध आज पटना में और तेज हो गया. गांधी मैदान में हजारों छात्र इकट्ठा हुए और परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के खिलाफ नारेबाजी की. इसके बाद छात्रों ने जेपी गोलंबर की ओर मार्च किया, जिस दौरान पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और पानी की बौछार का इस्तेमाल करना पड़ा. भारी पुलिस बल को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तैनात किया गया था.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया और छात्रों के साथ जेपी गोलंबर तक मार्च किया. उन्होंने छात्रों के हक में समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि छात्रों का एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री सचिव से मिलकर अपनी मांगें रखेगा. किशोर ने चेतावनी दी कि यदि कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है, तो छात्र अगले दिन फिर से विरोध करेंगे.

प्रदर्शन के कारणों और बीपीएससी की प्रतिक्रिया

यह विरोध प्रदर्शन पिछले 10 दिनों से जारी है. इसका कारण 13 दिसंबर को आयोजित परीक्षा के दौरान एक कथित पेपर लीक है. बीपीएससी ने हालांकि बापू परीक्षा परिसर में दोबारा परीक्षा आयोजित की, लेकिन आयोग का कहना है कि अनियमितताएं केवल एक केंद्र तक सीमित थीं, और पूरी परीक्षा को रद्द करने की कोई आवश्यकता नहीं है.

बीते शुक्रवार को बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने आयोग के पक्ष को दोहराया और स्पष्ट किया कि 70वीं CCE परीक्षा किसी भी हाल में रद्द नहीं की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य परीक्षा अप्रैल में तय समय पर होगी और छात्रों को विरोध के बजाय अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. राजेश कुमार सिंह ने यह भी कहा कि परीक्षा पारदर्शिता के साथ आयोजित की गई थी और केवल कुछ छात्रों द्वारा विरोध किया जा रहा है, जबकि उनके आरोपों के समर्थन में कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं.

छात्रों का जोरदार विरोध जारी

राजेश कुमार सिंह के बयान के बावजूद, छात्र अपनी मांगों पर अडिग हैं और पूरी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में पटना में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जब छात्रों ने बीपीएससी कार्यालय में घुसने की कोशिश की थी. हालांकि बीपीएससी ने पटना केंद्र में हुई अनियमितताओं को स्वीकार किया है, लेकिन आयोग का कहना है कि राज्य के अन्य 900 केंद्रों पर परीक्षा बिना किसी समस्या के पूरी हुई.