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बिहार में पुल धड़ाम बा! 9 दिनों के अंदर 5वां पुल गिरा; तेजस्वी का तंज, बोले- बूझो तो जाने

Bihar Bridge Collapse: बिहार में 9 दिनों के अंदर 5वां पुल धाराशायी हो गया. गिरने वाला 5वां पुल मधुबनी जिले के भूतही नदी पर पिछले 4 सालों से बन रहा था. पुल की लागत 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है. लगातार ब्रिज के गिरने की घटना को लेकर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार की एनडीए सरकार पर तंज कसा है.

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Courtesy: Social Media

Bihar Bridge Collapse: बिहार में 9 दिनों के अंदर 5वां पुल गिर गया है. पुल ढहने की पहली घटना 18 जून को अररिया में हुई थी. ताजा मामला मधुबनी जिले की है. जानकारी के मुताबिक, गिरने वाले 5वें पुल की लागत 3 करोड़ रुपये है, जो पिछले चार सालों से भूतही नदी पर बनाया जा रहा था. झंझारपुर के इस पुल का निर्माण 2021 से बिहार सरकार के ग्रामीण निर्माण विभाग की ओर से किया जा रहा था.

77 मीटर लंबे इस पुल के दो खंभों के बीच लंबे गर्डर का एक हिस्सा ढह गया. इस लापरवाही को छिपाने के लिए प्रशासन ने टूटे हुए हिस्से को प्लास्टिक से ढक दिया, ताकि लोगों को पुल ढहने के बारे में पता न चले. इस पुल का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत किया जारहा था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुल 24 जून से पहले ही ढह गया था. उस दिन ग्रामीण कार्य विभाग के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर रामाशीष पासवान ने ठेकेदार अमरनाथ झा को चिट्ठी के जरिए सूचित किया था कि पुल का एक हिस्सा खतरे में पड़ गया है और उसे फिर से बनाने की जरूरत है.

ठेकेदार ने पुल के गिरने पर क्या तर्क दिया?

जवाब में ठेकेदार अमरनाथ झा ने तर्क दिया कि गर्डर डालने के तीन दिन बाद ही कोसी नदी में अचानक जलस्तर बढ़ने से हिस्सा लटक गया. उन्होंने दावा किया कि जलस्तर कम होने के बाद पुनर्निर्माण किया जाएगा. बिहार में पुल गिरने की ताजा घटना राज्य में पुल निर्माण में लापरवाही और भ्रष्टाचार के जारी मामलों को उजागर करती है. पिछले एक हफ्ते में बिहार में चार अन्य पुल ढह गए हैं, जिससे निर्माण मानकों और निगरानी पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.

तेजस्वी यादव ने पुल गिरने की घटना पर कसा तंज

पुल गिरने की घटना को लेकर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद के नेता तेजस्वी यादव ने तंज कसा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर गिरे हुए पुल का एक वीडियो शेयर कर लिखा कि 𝟗 दिन के अंदर बिहार में ये 𝟓वां पुल गिरा है. मधुबनी-सुपौल के बीच भूतही नदी पर वर्षों से निर्माणाधीन पुल गिरा. क्या आपको पता लगा? नहीं तो, क्यों? बूझो तो जाने?

बिहार में कब-कब, कहां-कहां गिरा पुल?

18 जून को अररिया में बकरा नदी पर बना 12 करोड़ रुपये की लागत से बना पुल ढह गया था. इसके बाद 22 जून को सीवान में गंडक नदी पर बना करीब 40-45 साल पुराना पुल भी ढह गया था. 23 जून को पूर्वी चंपारण में करीब 1.5 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा एक पुल ढह गया था. राज्य में चौथा ब्रिज 27 जून को गिरा था, जो किशनगंज में कनकई और महानंदा नदियों को जोड़ने वाली एक छोटी सहायक नदी पर बन रहा था. 

18 जून से पहले इस साल 1 और पुल गिरा था

18 जून से पहले बिहार में एक और पुल गिरने की घटना सामने आई थी. घटना 22 मार्च 2024 को हुई थी. सुपौल में कोसी नदी पर एक पुल का निर्माण किया जा रहा था, जिसकी लागत करीब 1200 करोड़ रुपये थी. बकौर-भेजा घाट पुल को भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा था. 

2023 और 2022 में भी बिहार में गिरे थे पुल

  • 4 जून 2023: सुल्तानगंज से खगड़िया के लिए अगुवानी गंगा घाट पर पुल का निर्माण किया जा रहा था, जो गिर गया था. 
  • 15 मई 2023: पूर्णिया में भी बन रहे पुल का एक हिस्सा गिर गया था.
  • 19 मार्च 2023: सारण जिले में अंग्रेजों के जमाने का पुल जर्जर होकर गिर गया था.
  • 19 फरवरी 2023: पटना के बिहटा में सरमेरा में रहा पुल भरभराकर गिर गया था. इसके अलावा, दरभंगा के कुशेश्वर स्थान में भी कमला बलान नदी पर बन रहा एक पुल गिर गया था.
  • 18 नवंबर 2022: नालंदा जिले में बन रहा एक पुल गिर गया था. घटना में एक शख्स की मौत हुई थी.
  • जुलाई 2022: कटिहार जिले में भी एक निर्माणाधीन पुल गिरा था, जिसमें करीब 10 मजदूर घायल हुए थे.
  • 9 जून 2022: सहरसा में एक पुल गिरा था. इसके अलावा, बख्तियारपुर के कंडुमेर गांव में भी पुल गिरा था.
  • 20 मई 2022: पटना के फतुहा में भारी बारिश के बाद एक पुल गिरा था. 
  • 30 अप्रैल 2022: भागलपुर-खगड़िया में एक पुल गिरा था.