पटना में कांग्रेसियों ने मोदी-ट्रंप का फूंका पुतला, अमेरिका से भारतीयों को बेड़ियों में लाने का जताया विरोध
पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अमेरिका में भारत से आए प्रवासियों के साथ कथित दुर्व्यवहार के खिलाफ रविवार को जुलूस निकाला. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता यहां आयकर गोलंबर पर एकत्रित हुए और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पुतले फूंके.
बिहार की राजधानी पटना में रविवार (9 फरवरी) को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के साथ कथित दुर्व्यवहार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता आयकर गोलंबर पर एकत्रित हुए और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले फूंके. प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया कि वे ‘‘अमेरिका के सामने झुकने’’ की नीति अपना रहे हैं.
कांग्रेस का आरोप: मोदी की चुप्पी और कूटनीतिक विफलता
बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस अवसर पर कहा, "मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर भारतीय नागरिकों के अपमान पर चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा हमेशा देश को 'विश्व गुरु' बनाने का दावा करती है.
मोदी पर निशाना: प्रचार पर खर्च और प्रवासियों की अनदेखी
अखिलेश प्रसाद सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि जब भी प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका जाते हैं, उनके प्रचार पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं. उन्होंने 'हाउडी मोदी' और 'नमस्ते ट्रंप' जैसे कार्यक्रमों का उदाहरण देते हुए कहा कि इन आयोजनों के प्रायोजक उन 104 भारतीयों के लिए सम्मानजनक वापसी की व्यवस्था नहीं कर पाए, जिन्हें अपराधियों की तरह सैन्य विमान में हथकड़ी लगाकर लाया गया.
भारत की कूटनीतिक विफलता का आरोप
प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि हाल के दिनों में भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंध बिगड़े हैं. उन्होंने कहा, "अमेरिका द्वारा किए गए इस कठोर व्यवहार से यह स्पष्ट हो गया है कि मोदी सरकार कूटनीतिक मोर्चे पर बुरी तरह विफल रही है."
एस जयशंकर ने US से लौटाए गए भारतीयों को लेकर संसद में क्या बयान दिया?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में अमेरिका से लौटाए गए भारतीयों को लेकर बयान दिया है. जयशंकर ने कहा है कि ये कोई नई प्रक्रिया नहीं है. विदेश मंत्री ने साल 2009 से लेकर 2024 तक अमेरिका से लौटाए गए लोगों के आंकड़े भी पेश किए.
लौटे भारतीयों ने सुनाई अमेरिका पहुंचने की आपबीती
हरियाणा के कुरुक्षेत्र ज़िले के एक गांव के खुशप्रीत सिंह छह महीने पहले 45 लाख रुपये खर्च कर अमेरिका चले गए थे. खुशप्रीत सिंह के पिता ने अपनी ज़मीन, घर और पशुधन पर कर्ज़ लेकर खुशप्रीत को अमेरिका भेज दिया था, लेकिन वे वापस लौटने वाले भारतीयों में से हैं.खुशप्रीत का कहना है कि वह 22 जनवरी को सीमा पार कर गए थे और उन्हें दो फ़रवरी को वापस भेज दिया गया.
वो कहते हैं, "पानी पीकर जंगल पार करो. जिसका साथ छूटा, उसे पीछे मुड़कर देखने की भी ज़रूरत नहीं है, बस अपने रास्ते चलते जाओ. केवल वही पार कर सकता है जो गाइड के क़दमों का पीछा कर सकता है, जो पीछे रह जाता है वह हमेशा पीछे रह जाता है.