'बढ़िया लग रहा है...', बेऊर से बाहर आते ही बोले अनंत सिंह, बेटे ने किया स्वागत

अनंत सिंह जेल से बाहर आ गए हैं. बुधवार को ही पटना हाईकोर्ट से उन्हें बड़ी राहत मिली थी और एके-47 केस में उन्हें सबूतों के अभाव में  बरी कर दिया था. जेल से निकलते ही उनके समर्थकों फूल माला से लाद दिया, लेकिन किसी ने नारेबाजी नहीं की. अनंत सिंह के बेटे अंकित सिंह ने माला पहनाकर पिता का स्वागत किया.

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बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह जेल से बाहर आ गए हैं. पटना हाईकोर्ट के आदेश के बाद लंबे समय के बाद अनंत सिंह बेऊर जेल से रिहा हुए. शुक्रवार सुबह करीब 5.00 बजे वह जेल से बाहर निकले. एंबुलेंस में जेल से बाहर निकलने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमें न्याय मिला है और जेल से बाहर आकर बढ़िया लग रहा है. 

जेल के बाहर सुबह से ही उनके समर्थक माला लेकर मौजूद थे. उनका स्वागत करने के लिए उनके बेटे भी पहुंचे. जेल से बाहर आते ही लोगों ने उन्हें घेर लिया और नारे लगाए. इस दौरान उनसे पूछा गया कि अब कैसा लग रहा है? अनंत सिंह ने अपने अंदाज में जवाब दिया बढ़िया लग रहा है. मुझे कोर्ट पर भरोस था, विश्वास था मुझे इंसाफ मिलेगा. 

बेटे ने किया पिता का स्वागत

बुधवार को ही पटना हाईकोर्ट से उन्हें बड़ी राहत मिली थी और एके-47 केस में उन्हें सबूतों के अभाव में  बरी कर दिया था. इस मामले में उन्हें 10 साल की सजा सुनाई गई थी. जेल से निकलते ही उनके समर्थकों फूल माला से लाद दिया, लेकिन किसी ने नारेबाजी नहीं की. अनंत सिंह के बेटे अंकित सिंह ने माला पहनाकर पिता का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि आज हमारे लिए खुशी का दिन हमें पहले से उम्मीद थी कि न्याय मिलेगा और आज वो दिन आ गया. जेल से निकलते ही अनंत सिंह सीधे अपने पैत्रिक गांव लदमा के लिए रवाना हो गए. वहां पूजा पाठ करेंगे. आज वो दिनभर अपने क्षेत्र में रहेंगे और समर्थको से मिलेंगे. 

अनंत सिंह 2005 में नीतीश कुमार के करीबी थे. पहली बार jdU की टिकट पर मोकामा से विधायक बने. इसके बाद 2010, 2015 और 2020 में लगातर विधायक बनते रहे. जब एके-47 केस में जेल में गए तो 2022 के उपचुनाव में पत्नी को राजद की टिकट पर चुनाव लड़ाया. लेकिन फिर नीतीश कुमार और अनंत सिंह के बीच नजदीकी बढ़ी. उनकी पत्नी नीलम देवी ने राजद छोड़कर जदयू का सपोर्ट किया.