Bhagalpur murder case: बिहार के भागलपुर में अपराधियों का दुस्साहस चरम पर पहुंच गया है. यहां एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक दुकानदार की सिर्फ इसलिए गोली मारकर हत्या कर दी गई, क्योंकि उसने अपराधी को मुफ्त में आइसक्रीम देने से इनकार कर दिया था.
यह घटना उस जगह से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई, जहां पुलिस थाना स्थित है. मृतक की पहचान दुखन तांती (22 वर्ष) के रूप में हुई, जो लोदीपुर का रहने वाला था.
भागलपुर में फ्री में आइसक्रीम नहीं खिलाया तो विक्रेता के मुह में कट्टा डालकर मारी गोली,आइसक्रीम विक्रेता की मौत #Bihar #Bhagalpur pic.twitter.com/tZ9tLiePwO
— Mukesh singh (@Mukesh_Journo) March 25, 2025
मुफ्त आइसक्रीम की मांग बनी मौत की वजह
जानकारी के मुताबिक, जिछो पोखर के किनारे चल रहे सात दिन के भागवत कथा मेले में दुखन तांती अपनी आइसक्रीम की दुकान लगाए हुए थे. इसी दौरान एक युवक वहां पहुंचा और उसने दुकानदार से मुफ्त में आइसक्रीम देने की मांग की. दुकानदार द्वारा मना करने पर अपराधी ने गुस्से में आकर कट्टा उसके मुंह में सटा दिया और गोली चला दी. गोली दुखन के मुंह में ही फंस गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी मौके से फरार हो गया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मायागंज अस्पताल भेज दिया.
परिवार का दर्द और पुलिस पर सवाल
घटना की सूचना मिलते ही मृतक के परिजन मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक शव को अस्पताल ले जाया जा चुका था. मृतक की मां सुमा देवी ने रोते हुए कहा, 'किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. हम जब तक घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक बेटे को लोग अस्पताल ले गए थे." इस घटना से मेला स्थल पर अफरा-तफरी मच गई और श्रद्धालु इधर-उधर भागने लगे.
पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी, लेकिन स्थानीय लोग पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं.
रंगदारी वसूलने के इरादे से आया था आरोपी
सूत्रों के मुताबिक हत्यारा पांडव यादव है, जो नशे का आदी बताया जा रहा है. उसके पिता और भाई भी नशे में लिप्त रहते हैं. लोगों का मानना है कि वह रंगदारी वसूलने के इरादे से आया होगा.
सड़क जाम और मुआवजे की मांग
इस क्रूर हत्या से आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. लोगों ने हत्यारे को फांसी की सजा और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है. इस दौरान मौके पर डीएसपी चंद्र भूषण भी पहुंचे और लोगों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी पुलिस की कार्यशैली से नाराज हैं. आरोप है कि घटना के समय तीन पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने दुकानदार को बचाने का कोई प्रयास नहीं किया.