Champions Trophy 2025

रिपोर्ट में बड़ा खुलासा: बिहार के 7 शहर हैं दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर; जानिए आपका शहर कौनसे स्थान पर है?

IQAir की रिपोर्ट में बिहार के 7 शहर प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल हैं. भागलपुर सबसे प्रदूषित शहर है. प्रदूषण का मुख्य कारण PM2.5 है. सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन अभी भी और प्रयास करने की जरूरत है.

pinterest

7 Polluted Bihar Cities: मंगलवार को स्विट्जरलैंड की संस्था IQAir ने दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की एक रिपोर्ट जारी की. इस रिपोर्ट में बिहार के सात शहरों को दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल किया गया है. भागलपुर शहर इस सूची में 31वें स्थान पर है, जो बिहार का सबसे प्रदूषित शहर है. इसके बाद अररिया (32), पटना (37), हाजीपुर (39), छपरा (41), सहरसा (45) और मुजफ्फरपुर (47) शहर आते हैं.

हालांकि, अच्छी बात यह है कि बिहार के कई शहरों की हवा पहले से बेहतर हुई है. PM2.5 की मात्रा में कमी आई है, जिससे पता चलता है कि प्रदूषण को रोकने के लिए किए गए उपायों का कुछ असर हुआ है. पटना शहर की रैंकिंग 2023 में 20वें स्थान पर थी, जो इस साल 37वें स्थान पर आ गई है.

प्रदूषण की वजह

IQAir ने PM2.5 की मात्रा को प्रदूषण का मुख्य कारण माना है. PM2.5 कण बहुत छोटे होते हैं, जो हमारे फेफड़ों में आसानी से जा सकते हैं और खून में मिल सकते हैं. ये कण गाड़ियों के धुएं, उद्योगों, निर्माण कार्यों और खेतों में पराली जलाने से निकलते हैं.

बिहार सरकार ने प्रदूषण को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि

- प्रदूषण बढ़ने पर निर्माण कार्यों को रोकना.
- निर्माण सामग्री को ढककर ले जाना.
- CNG और इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा देना.
- पराली जलाने को कम करना.

लेकिन, प्रदूषण को पूरी तरह से रोकने के लिए और भी प्रयास करने होंगे.

अभी की स्थिति

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, मंगलवार को पटना का AQI 257 था, जो 'खराब' श्रेणी में आता है. खगौल शहर का DRM कार्यालय सबसे प्रदूषित इलाका था. भागलपुर, हाजीपुर, छपरा, सहरसा और मुजफ्फरपुर में भी PM2.5 की मात्रा बहुत ज्यादा पाई गई. बिहार के कई शहरों का इस सूची में होना बताता है कि गंगा के मैदानी इलाकों में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है. यहां की भौगोलिक स्थिति, उद्योग और खेती के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है. पिछले साल, बेगूसराय शहर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था, लेकिन इस साल वह इस सूची में नहीं है. बिहार के आठ शहर पिछले साल सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में थे.

बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने प्रदूषण को रोकने के लिए कई उपाय किए हैं और निर्माण कार्यों पर सख्ती बरती है. उन्होंने कहा कि लोगों की जागरूकता और सरकार के प्रयासों से प्रदूषण कम हुआ है. पर्यावरण विभाग की सचिव ने कहा कि 2023 की तुलना में इस साल प्रदूषण कम हुआ है, लेकिन गंगा के मैदानी इलाकों में होने के कारण बिहार में प्रदूषण को नियंत्रित करना मुश्किल है.