WTC Final India vs Pakistan: पाकिस्तान को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के मौजूदा साइकल में अपनी पहली घरेलू टेस्ट सीरीज बुधवार से बांग्लादेश के खिलाफ खेलनी है. इस सीरीज से पहले पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ने जोर देकर कहा है कि उन्हें आगामी घरेलू मैच जीतने ही होंगे, ताकि पहली बार डब्ल्यूटीसी के फाइनल में जगह बना सकें. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 0-3 से हारने के बाद मसूद की कप्तानी में यह पहली सीरीज है.
उन्होंने रावलपिंडी में मंगलवार को सीरीज से पहले की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अपनी स्थिति पर ध्यान देना होगा. हां, यह पहले छठे और सातवें स्थान पर था. हां, हम स्पष्ट रूप से इस बार फाइनल खेलना चाहेंगे. इसलिए यदि आप फाइनल में खेलना चाहते हैं, तो हमें अपने घरेलू टेस्ट मैच जीतने होंगे. अगर हमें वह जीतना है, तो हमें लगातार 20 विकेट लेने होंगे और साफ तौर पर हमारे बल्लेबाजों को पर्याप्त रन बनाने चाहिए और गेंदबाजों को उन 20 विकेट लेने का समय देना चाहिए."
ऐसे में जहां कप्तान मसूद चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना संजो रहे हैं वहां पर उनकी टीम के हकीकत में पहुंचने के कितने चांसेज हैं, आइए इस पर एक नजर डालते हैं.
पाकिस्तान डब्ल्यूटीसी के पहले संस्करण (2019/21) में पांचवें और अगले साइकल (2021/23) में सातवें स्थान पर रहा, जहां वह 14 में से छह टेस्ट हार गया था. मौजूदा संस्करण (2023/25) में, वह अब तक पांच मैचों में दो जीत के साथ तालिका में छठे स्थान पर है, जिससे उसका जीत प्रतिशत 36.66% का हो गया है.
पाकिस्तान को मौजूदा टेस्ट चैम्पियनशिप साइकल में बांग्लादेश ( 2 मैच), इंग्लैंड (3 मैच) और वेस्टइंडीज (2) के खिलाफ घर पर मैचों की मेजबानी करनी है तो वहीं पर दक्षिण अफ्रीका (2 मैच) के खिलाफ उसके घर पर खेलने जाना है.
ऐसे में एकमात्र परिणाम जो पाकिस्तान को डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह दिला सकता है, वह है आगामी सभी नौ टेस्ट मैचों में जीत. इससे उनका जीत प्रतिशत 77.38% हो जाएगा, जिससे या तो भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड या श्रीलंका में से किसी एक के खिलाफ फाइनल का रास्ता साफ हो जाएगा. लेकिन उनके फिक्सचर को देखते हुए, नौ मैचों की जीत की श्रृंखला लिखना चमत्कार से कम नहीं होगा.
वे सभी संभावनाओं में आगामी दो मैचों की श्रृंखला में बांग्लादेश और अपनी अंतिम घरेलू श्रृंखला में वेस्ट इंडीज को शून्य पर रोक सकते हैं. लेकिन उनका सबसे बड़ा चुनौती इंग्लैंड के खिलाफ होगी, जिसने पिछले आमने-सामने मुकाबले में उन्हें 3-0 से हराया था, और दक्षिण अफ्रीका का दौरा, जहां पाकिस्तान को पिछली दो यात्राओं में दोनों बार वाइटवॉश का सामना करना पड़ा था. इसका मतलब यह हो सकता है कि पाकिस्तान का भाग्य उनके पक्ष में चल रहे अन्य कारकों पर निर्भर हो सकता है.
रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम चल रहे डब्ल्यूटीसी साइकल में शीर्ष पर है और अगर वह अगले दो महीनों में बांग्लादेश (दो मैचों की सीरीज) और न्यूजीलैंड (तीन मैचों की सीरीज) को साफ कर अपने घरेलू दबदबे को जारी रखती है तो वह इस स्थान को बरकरार रखेगी.
ऐसे में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का नतीजा चाहे कुछ भी हो, जिसमें 0-5 से शर्मनाक हार की संभावना भी शामिल है, उसके बावजूद भारत का 58.77 प्रतिशत अंकों के साथ फाइनल में पहुंचना लगभग तय है.