Wrestling national trials: पहलवान रोहित ने नेशनल ट्रायल्स में बजरंग पूनिया को हारने के बाद तीन बार उनके पैर छुए. ये उनका अपने से बड़े पहलवान के लिए सम्मान को दर्शाता है. 65 KG वेट कैटेगरी के पूर्व नेशनल चैंपियन को रोहित ने 9-3 से मात दी. सेमीफाइनल में हारते ही बजरंग बिना डोप टेस्ट दिए ही स्टेडियम से चले गए. सोनीपत में जारी नेशनल ट्रायल में हार के बाद बजरंग पुनिया पेरिस ओलिंपिक की रेस से बाहर हो गए हैं. उनके साथ 57 KG वेट कैटेगरी में रवि दहिया भी हार गए. रवि दहिया को फ्री-स्टाइल के सेमीफाइनल में उदित ने 10-8 से हराया.
मैच के बाद रोहित ने कहा कि बजरंग पहले जैसे नहीं दिख रहे थे. उन्होंने कहा कि पिछली बार जब मैंने उसके खिलाफ प्रतिस्पर्धा की थी, तो बजरंग मजबूत और तेज़ थे. आज का दिन अलग था. SAI सोनीपत में कुश्ती के नेशनल ट्रायल में रविवार का दिन उलटफेर वाला रहा. दो टोक्यो ओलंपिक मेडलिस्ट हारकर अगले ओलंपिक से बाहर हो गए. भारत को दो नए उभरते सितारे मिल गए हैं.
रोहित को यह दिन खट्टा-मीठा याद रहेगा. फाइनल में वर्तमान राष्ट्रीय चैंपियन, अंडर 23 एशियाई चैंपियन सुजीत कलकल से हार मिली. 57 किग्रा में दो छत्रसाल के पहलवानों के बीच भिड़ंत सहरावत और दहिया एक ही ग्रुप में थे. एक मौजूदा सितारा और भविष्य के सितारे के बीच टकराव अपनी अपेक्षाओं के अनुरूप रहा. चोट और सर्जरी के बाद ट्रायल से पहले केवल कुछ महीनों के प्रशिक्षण के बावजूद दहिया ने अपना सब कुछ झोंक दिया, लेकिन मामूली अंतर से हार गए.
टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि दहिया के साथ बजरंग की हार और अगली पीढ़ी का ओलंपिक क्वालीफायर में जीतना भारत के उज्जल भविष्य की ओर इशारा करता है. बंजरग-दहिया की हार से उनके फैंस दुखी तो हैं, लेकिन साथ भी देश को नए स्टार मिल गए हैं.
नेशनल ट्रायल में हार के बाद दोनों मेडलिस्ट पहलवानों का सपना टूट गया है. इन ट्रायल में जीतने वाले रेसलर्स को पेरिस ओलिंपिक क्वालिफायर्स में भाग लेने का मौका मिलेगा. इसके पहले बजरंग एशियन गेम्स में बिना ट्रायल्स के खेलने गए थे. इसकी काफी आलोचना हुई थी. उन्हें सेमीफाइनल में हार मिली थी. हार के बाद लोगों ने सवाल खड़े किए थे. उन्हें ट्रायल के बिना इन खेलों के लिए भारतीय दल में शामिल करने की आलोचना हुई थी.
हार के बाद बजरंग पूनिया गुस्से में तुरंत भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र से चले गए. राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) के अधिकारियों ने पूनिया के डोप नमूने लेने की कोशिश की, लेकिन वह तीसरे-चौथे स्थान के मुकाबले के लिए स्टेडियम में नहीं रुके और वहां से चले गए.
बजरंग पिछले साल से WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की अगुआई में आंदोलन हुआ. पहलवानों ने पहले जंतर-मंतर पर धरना दिया. इसके बाद उनकी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए और दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर केस दर्ज किया.