WPL 2025: मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) 2025 का मुकाबला विवादों में घिर गया है. इस मैच में रन आउट के तीन फैसलों को लेकर काफी हंगामा मचा हुआ है. मुंबई इंडियंस के फैंस और क्रिकेट जानकारों का मानना है कि अंपायरिंग में पक्षपात हुआ है.
वड़ोदरा में खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने अंतिम गेंद पर 2 रन लेकर जीत हासिल की. हालांकि, मैच के आखिरी ओवरों में तीन ऐसे रन आउट फैसले हुए, जिन पर सवाल उठ रहे हैं. पहली बार 18वें ओवर में शिखा पांडे का रन आउट विवादों में रहा, जबकि दूसरा विवाद 19वें ओवर में राधा यादव के रन आउट के रूप में सामने आया. इसके अलावा अंतिम ओवर की अंतिम गेंद पर अरुंधति रेड्डी का रन आउट सबसे अधिक चर्चा का विषय बना हुआ है.
क्रिकेट के आधिकारिक नियमों के अनुसार, अगर LED बेल्स का इस्तेमाल किया जा रहा है, तो विकेट गिरने का समय वही माना जाएगा, जब पहली बार बेल्स की लाइट जलती है. खेल नियम 4.2 के अनुसार जब एलईडी विकेट का उपयोग किया जाता है, तो विकेट गिरने का क्षण वही माना जाएगा, जब पहली बार बेल्स की रोशनी जलती है और बाद की फ्रेम में बेल्स को पूरी तरह स्टंप से हटते हुए देखा जा सके. इसके अलावा, नियम 29.1 के अनुसार, विकेट तब गिरा माना जाता है जब बेल्स पूरी तरह स्टंप्स से अलग हो जाएं या स्टंप्स उखड़ जाएं.
न्यूजीलैंड के पूर्व कोच माइक हेसन ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, "पता नहीं अंपायर ने एलईडी बेल्स को क्यों नजरअंदाज किया? जैसे ही बेल्स जलती हैं, कनेक्शन टूट जाता है और विकेट गिरा मान लिया जाता है. यह नियमों में साफ लिखा है."
मुंबई इंडियंस के फैंस का मानना है कि तीसरे अंपायर ने LED बेल्स की लाइट जलने को नजरअंदाज किया और गलत फैसले दिल्ली के पक्ष में दिए. इससे मुंबई को हार का सामना करना पड़ा.