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India Daily

'BCCI में कुछ लोग...', अभिषेक नायर को भारतीय कोचिंग स्टाफ से क्यों निकाला जा रहा बाहर? बड़ी वजह आई सामने

BCCI ने असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर को कोचिंग स्टाफ से बाहर करने का प्लान बनाया है. ऐसे में माना जा रहा है कि उनके स्थान पर किसी और को शामिल नहीं किया जाएगा बल्कि सितांशु कोटक बल्लेबाजी कोच की भूमिका निभाएंगे.

Abhishek Nayar
Courtesy: Social Media

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में कुछ बदलाव होने जा रहे हैं, जिनका असर भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के सपोर्ट स्टाफ पर पड़ेगा. खबरों के अनुसार, अभिषेक नायर, टी. दिलीप और सोहम देसाई को भारतीय क्रिकेट टीम के सपोर्ट स्टाफ से बाहर किया जा सकता है. इसके अलावा, एक टीम मस्सेयर, जिनकी पहचान अभी तक सामने नहीं आई है, को भी राष्ट्रीय सेट-अप से हटा दिया गया है.

अभिषेक नायर, जिन्होंने जुलाई 2022 में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को छोड़कर भारतीय टीम के सहायक कोच के रूप में कार्यभार संभाला था, अब कोचिंग स्टाफ से बाहर हो सकते हैं. उनके साथ ही टी. दिलीप और सोहम देसाई भी बाहर हो सकते हैं. दिलीप और देसाई भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा नवंबर 2021 और अक्टूबर 2020 से थे.

सपोर्ट स्टाफ में बदलाव का कारण

सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई के कुछ अधिकारियों ने यह सवाल उठाया था कि भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ में इतने सारे लोग क्यों हों, खासकर जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था. उनके अनुसार, टीम के सपोर्ट स्टाफ में बहुत सारे लोग होने से एक तरह का अव्यवस्था का आभास होता था और यह दिखता था कि टीम में भीड़-भाड़ हो गई थी.

बीसीसीआई के अधिकारियों का मानना है कि भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ को सुसंगत और थोड़ा संकुचित किया जाए, ताकि टीम का माहौल और अधिक व्यवस्थित रहे. इस बदलाव को "सैकिंग" नहीं माना जा सकता, क्योंकि इसमें कोचों की गुणवत्ता या उनके अनुभव पर कोई सवाल नहीं उठाया जा रहा है. नायर, दिलीप और देसाई सभी के पास भारतीय क्रिकेट के भविष्य को आकार देने की क्षमता है.

भारतीय बल्लेबाजों के लिए नायर का योगदान

अभिषेक नायर को भारतीय बल्लेबाजों के लिए एक महत्वपूर्ण कोच माना जाता है. खासकर, केएल राहुल जैसे बल्लेबाज ने नायर की कोचिंग में बड़ा बदलाव देखा और सफेद गेंद क्रिकेट में सफलता हासिल की. नायर के मार्गदर्शन में, भारतीय बल्लेबाजों ने मानसिकता में बदलाव किया और उन्होंने सफलता की नई ऊंचाइयों को छुआ.