Who is Suman Kumar: बिहार के रहने वाले क्रिकेटर सुमन कुमार ने तहलका मचा दिया है. उन्होंने अपने प्रदर्शन से कहीं न कहीं एक बिहारी सब पर भारी वाली कहावत को चरितार्थ कर दिया है. अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी में उन्होंने एक पारी में पहले हैट्रिक ली. हैट्रिक से मन नहीं भरा तो विपक्षी टीम के 10 के 10 विकेट चटका दिए. पटना के मोइन उल हक स्टेडियम में राजस्थान और बिहार के बीच चल रहे मुकाबले में सुमन कुमार ने कातिलाना गेंदबाजी करते हुए इतिहास रच दिया है.
बिहार ने पहली पारी में 467 रन बनाए. वहीं, राजस्थान की पहली पारी 182 रनों पर सिमट गई. टाइम्स आफ इंडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "लोग मुझे बिहार का जड्डू कहते हैं." 18 साल के सुमन ने अपनी गेंदबाजी से क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है.
लेफ्ट आर्म स्पिनर सुमन कुमार बिहार के समस्तिपुर जिले के रहने वाले हैं. अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी में एक पारी में विपक्ष टीम के 10 के 10वों विकेट चटकाने वाले सुमन कुमार पहले खिलाड़ी बन गए हैं. इस टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा कारनामा किसी गेंदबाज ने नहीं किया था.
भारतीय डोमेस्टिक क्रिकेट में यह दूसरी बार हुआ जब किसी गेंदबाज ने अकेले 10 के 10 विकेट चटकाए. सुमन कुमार से पहले रणजी ट्रॉफी में हरियाणा के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने 10 के 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया.
सुमन ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में बताया, "यह बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच थी और विकेट भी सपाट था. गेंदबाजों को इस ट्रैक पर संघर्ष करना पड़ा. बल्लेबाजी के लिए भेजे जाने के बाद हमने 467 रन बनाए. राजस्थान एक मजबूत टीम है, लेकिन उनके बल्लेबाजों को शुरुआत से ही संघर्ष करना पड़ा."
सुमन कुमार ने आगे बताया, "मैच से पहले, खिलाड़ी कह रहे थे कि राजस्थान के बल्लेबाज मुझे धूल चटा देंगे. मैंने उस चुनौती को गंभीरता से लिया. जब मैंने 5 विकेट लिए, तो मेरे साथी और कप्तान मेरे पास आए और कहा, 'आज तुम्हारा दिन है, इसलिए आगे बढ़ो.' मैंने पारी में 33 ओवर गेंदबाजी की और 5 विकेट भी लेने में कामयाब रहा."
उन्होंने कहा, "जब मैंने स्पिन करने की कोशिश की, तो मैं असफल रहा. लेकिन मैंने तुरंत आर्म बॉल पर स्विच किया, और इससे मुझे विकेट मिला. वह एक ड्रीम डिलीवरी थी. जब मेरी योजनाएं काम करने लगीं, तो मैं उन पर टिका रहा और उसी दृष्टिकोण को जारी रखा."