Shahid afridi: 1 जून से शुरू होने वाले टी20 विश्व कप 2024 की तैयारियां तेज हैं. साल 2007 में शुरु हुए इस मेगा टूर्नामेंट का इतिहास विवादों से भरा रहा है. साल 2016 में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन भारत में हुआ था, उस सीजन पाकिस्तान टीम की कमान स्टार ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी के हाथों में थी. उनकी कप्तानी में पाकिस्तान टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी. उस सीजन पाकिस्तान की हार से ज्यादा बवाल कप्तान अफरीदी के उस बयान पर मचा था, जो उन्होंने भारत को लेकर दिया था.
दरअसल, 2016 टी20 विश्व कप के दौरान पाकिस्तान और भारत के बीच कोलकाता के मैदान पर मुकाबला था, जिसमें भारत ने 6 विकेट से जीत दर्ज की थी. इस मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अफरीदी ने कहा था कि उन्हें पाकिस्तान से ज्यादा प्यार भारत में मिला है. मैंने भारत में खेलने जितना आनंद कहीं नहीं लिया है, मैं अपने करियर के अंतिम चरण में हूं और मैं कह सकता हूं कि भारत में मुझे जो प्यार मिला है, वह मुझे हमेशा याद रहेगा'
भारतीय फैंस की तारीफ की थी
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने भारत की तारीफ में ये भी कहा था कि 'हमें पाकिस्तान से भी इतना प्यार नहीं मिला है. यहां क्रिकेट के दीवाने हैं, पाकिस्तान की तरह. कुल मिलाकर, मैंने अपने क्रिकेट करियर में भारत में खेलने का भरपूर आनंद लिया है.'
भड़क गए थे जावेद मियांदाद
जब पाकिस्तान की टीम और अफरीदी वापस स्वदेश लौटे तो उनकी खूब आलोचना हुई. पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद गुस्से से लाल थे. मियांदाद ने तो यहां तक कह दिया था कि इस तरह के बयान देने वाले खिलाड़ियों को खुद पर 'शर्म आनी' चाहिए. एक न्यूज चैनल पर मियांदाद ने कहा था 'इन क्रिकेटरों को इस तरह की चीज कहने से पहले खुद पर शर्म करनी चाहिए.'
देशद्रोही कहा गया था
ये बवाल यहीं नहीं थमा था. अफरीदी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर वकील अजहर सादिक कोर्ट पहुंच गए थे. उन्होंने कानूनी नोटिस भिजवाया था और कहा था कि मैने मैंने शाहिद अफरीदी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नजम सेठी को पाकिस्तान के मुकाबले भारत से ज्यादा प्यार के लिए कानूनी नोटिस भेजा है, मैंने पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान को भी लिखा है कि वे भारत में अफरीदी के बयान की जांच कराएं. क्योंकि अफरीदी ने पाकिस्तान से ज्यादा भारत के लिए प्यार दिखाकर पूरे देश को निराश किया है, उन्होंने देशद्रोह किया है.
लाहौर हाईकोर्ट ने भेजा था नोटिस
अफरीदी के इस बयान पर मचे बवाल के बीच लाहौर हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है, जिसके बाद हाईकोर्ट ने अफरीदी को नोटिस भेजकर 15 दिन में जवाब मांगा था. उनके पर राजद्रोह और पाकिस्तानियों की भावनाओं को आहत करने के आरोप लगे थे.