Obstructing The Field Rule Of Cricket: रविवार को चेपॉक में चेन्नई और राजस्थान के बीच खेले गए मुकाबले में जिस तरह से जडेजा को आउट दिया गया वह विवाद और चर्चा का विषय बना हुआ है. भले ही चेन्नई ने आसानी से इस मुकाबले को जीत लिया लेकिन अभी भी सीएसके के फैन अंपायर के फैसले पर सवाल खड़े कर रहे हैं. ऐसे में हमारे लिए ये जानना जरूरी है कि आखिर जडेजा को किस नियम के तहत आउट दिया गया और ये नियम कहता क्या है?
जडेजा को क्रिकेट के ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड नियम के तहत आउट दिया गया. इसका मतलब होता है कि फील्ड में बाधा डालने के लिए आउट देना.
रविंद्र जडेजा ने 16वें ओवर की पांचवी गेंद को थर्ड मैन की ओर खेला. रन पूरा करने के बाद वो दूसरे रन के लिए भागे लेकिन ऋतुराज ने उन्हें मना कर दिया इसके बाद जडेजा आधी पिच से वापस जाने लगे. तब तक संजू के हाथों में गेंद आ गई थी. उन्होंने नॉन स्ट्राइक पर थ्रो मारा. उनके थ्रो के बीच जडेजा आ गए. इसके बाद राजस्थान ने अपील की. अपील थर्ड अंपायर के पास गई और अंपायर ने जडेजा को आउट करार दे दिया.
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— JioCinema (@JioCinema) May 12, 2024
जडेजा भले ही गुस्सा हो गए हों. लेकिन नियमों के मुताबिक थर्ड अंपायर का आउट देने वाला डिसीजन गलत नहीं था. दरअसल, क्रिकेट का नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब का रूल नंबर 37.1 कहता है कि अगर गेम चालू है और कोई भी बल्लेबाज गेंद को जानबूझकर रोककर खेल में रुकावट पैदा कर रहा है तो उसे आउट दिया जा सकता है.
जडेजा जब वापस लौट रहे थे और संजू ने थ्रो मारा तो उन्होंने अपनी लाइन बदलकर थ्रो वाली लाइन में आ गए और संजू की गेंद उनको लग गई जिसके चलते गेंदे विकेट तक नहीं पहुंच सकी. इस नियम के तहत ये भी नहीं मायने रखता का गेंद स्टंप में जाकर लगती या नहीं. अगर आपने जानबूझकर गेंद रोकी है तो आपको आउट करार दिया जा सकता है. वीडियो में भी देखा जा सकता है कि किस तरह जडेजा अपनी लाइन बदलते दिख रहे हैं. ऐसे में क्रिकेट के नियम ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड के तहत उन्हें आउट देने वाला अंपायर का फैसला कतई गलत नहीं है.