सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का फाइनल मुंबई और मध्य प्रदेश के बीच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जा रहा है. इस मैच में वेंकटेश अय्यर के कैच को लेकर विवाद हो गया. वेंकटेश अय्यर का कैच अंजिक्य रहाणे ने पकड़ा, जिसे लेकर सोशल मीडिया से लेकर मैदान में खूब चर्चा हुई. बता दें कि वेंकटेश और रहाणे इस सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से साथ खेलने वाले हैं.
रहाणे की कैच की बात करें तो ये एक गेम चेंजर कैच कहा जा सकता है क्योंकि वो रजत पाटीदार के समय क्रीज पर मौजूद थे. रविवार को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दोनों एक दूसरे के खिलाफ खेल रहे थे. मध्य प्रदेश पहले बल्लेबाजी कर रहा था. 13 वें ओवर की पहली गेंद पर मुंबई की तरफ से सूर्यांश शेज वेंकटेश अय्यर को
अय्यर के विकेट पर बवाल
वेंकटेश अय्यर ने इस गेंद पर बल्ला चलाया लेकिन वो शॉट खेलते समय कंट्रोल नहीं रख पाए. उनके बल्ले से लगने के बाद गेंद बैकवर्ड प्वाइंट पर चली गई. यहां पर रहाणे ने लो डाइव लगाकर कैच लपक लिया. खुद रहाणे को भरोसा नहीं था कि गेंद जमीन को छुई या नहीं. उन्होंने तुरंत मैदानी अंपायरों को इशारा किया कि वो थर्ड अंपायर की मदद लें.
— rohitkohlirocks@123@ (@21OneTwo34) December 15, 2024
रहाणे के पकड़ा विवादास्पद कैच
फाइनल मैच में थर्ड अंपायर की भूमिका निभा रहे र केएन अनंथा पद्मनाभन ने रिप्ले देखा. इसमें भी कुछ साफ नहीं हो पा रहा था. आमतौर पर ऐसे मौकों पर डाउट टू बेनफिट बल्लेबाज को दिया जाता है. लेकिन यहां विपरीत हुआ और वेंकटेश को आउट दे दिया गया. कई बार रिप्ले देखने के बाद थर्ड अंपायर ने फैसला फील्डिंग पक्ष में दिया. अय्यर 9 गेंदों पर 17 रन बनाकर आउट हो गए. मध्य प्रदेश के लिए बड़ा झटका था.
मुंबई के सामने 175 रन का लक्ष्य
मध्य प्रदेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 174 रन बनाए. एमपी की तरफ से कप्तान रजत पाटीदार से सर्वाधिक 81 रन बनाए. उन्होंने 40 गेंद में ये रन ठोके. मुंबई की तरफ से अंकोलेकर, शार्दुल ठाकुर, रॉयस्टन डायस ने 2-2 विकेट लिए.