Vinesh Phogat: भारतीय रेसलर विनेश फोगाट इस वक्त चर्चा में हैं. 17 अगस्त को पेरिस से उनकी वतन वापसी हुई है. दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर गांव बलाली तक उनका जोरदार स्वागत हुआ. गोल्ड मेडल से ठीक पहले उन्हें 100 ग्राम वजन के चलते अयोग्य घोषित करार दिया गया था, इससे वो टूट गई थीं. इस मुश्किल घड़ी के बाद विनेश ने तीन पेज का लंबा नोट लिखकर सभी का धन्यवाद किया था, जिसमें उन्होंने अपने परिवार, कोच और दोस्तों का जिक्र करते हुए कहा था कि इन्हीं की मदद से वो सब हासिल कर पाईं, जो आज उनके पास है.
विनेश ने इस नोट में अपने ताऊ महावीर फोगाट का जिक्र नहीं किया था, जिन्होंने उनके करियर में अहम रोल अदा किया. अब इसे लेकर उनकी बड़ी बहनें नाराज हो गई हैं. सोशल मीडिया पर यह नाराजगी साफ तौर पर झलकी. विनेश फोगाट के सोशल मीडिया पोस्ट पर उनके जीजा और गीता फोगाट के पति पवन सरोहा ने कमेंट किया है.
विनेश आपने बहुत ही बढ़िया लिखा है लेकिन शायद आज आप अपने ताऊ जी महावीर फोगाट को भूल गए हैं। जिन्होनें आपकी कुश्ती जीवन को शुरू किया था भगवान आपको शुद्ध बुद्धि दे ❤️🙏 https://t.co/BtQai2lcEp
— Pawan Saroha (@pawankumar86kg) August 16, 2024
'भगवान आपको शुद्ध बुद्धि दे'
पवन खुद भी रेसलर हैं, वो कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीत चुके हैं. उन्होंने विनेश की पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा 'विनेश आपने बहुत ही बढ़िया लिखा है, लेकिन शायद आज आप अपने ताऊ जी महावीर फोगाट को भूल गए हैं, जिन्होंने आपकी कुश्ती जीवन को शुरू किया था भगवान आपको शुद्ध बुद्धि दे.'
गीता फोगाट ने क्या कहा?
विनेश फोगाट की पोस्ट आने के बाद गीता फोगाट ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिखा, लेकिन माना जा रहा है कि उनका पोस्ट विनेश के लिए ही थी, जिसमें गीता ने लिखआ 'कर्मों का फल सीधा सा है, छल का फल छल, आज नहीं तो कल'. गीता ने कई ऐसे रीट्वीट भी किए हैं, जिनमें विनेश पर सवाल उठाए गए थे. उन्होंने 2009 की एक फोटो भी रीट्वीट कि जिसमें महावीर फोगाट के साथ विनेश हैं.'
कर्मों का फल सीधा सा है
— geeta phogat (@geeta_phogat) August 16, 2024
'छल का फल छल '
आज नहीं तो कल
कौन हैं महावीर फोगाट?
महावीर फोगाट भारतीय रेसलिंग में बड़ा नाम हैं. उन्होंने अपनी बेटियों गीता-बबीता के साथ ही विनेश को भी ट्रेनिंग दी है. विनेश जब छोटी थीं तब उनके पिता का निधन हो गया था, ऐसे में महावीर फोगाट ने अपनी बेटियों गीता और बबीता के अलावा विनेश को भी तैयार करने में मदद की थी. गीता-बबीता दोनों के नाम कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल हैं. अपनी चचेरी बहनों को देखकर ही विनेश ने कुश्ती में आने का फैसला किया था.
100 ग्राम वजन ज्यादा होने से छूट गया मेडल
दरअसल, विनेश ने पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती लड़ी थी. तीन फाइट जीतकर वो फाइनल में पहुंची थीं. लेकिन निर्धारित वजन को पूरा नहीं कर पाईं. 100 ग्राम वजन ज्यादा निकल गया. फाइनल में उनका मुकाबला यूएसए की सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ था, लेकिन गोल्ड मेडल मैच से ठीक पहले विनेश अयोग्य घोषित हो गईं, इसलिए हिल्डेब्रांट को गोल्ड दिया गया.