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India Daily

दूसरे टी-20 मैच में तिलक वर्मा ने क्यों की जोफ्रा आर्चर की धुनाई, किया बड़ा खुलासा

Tilak Varma: भारत के युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा का कहना है कि उन्होंने दूसरे टी-20 मैच में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर के खिलाफ 4 छक्के जड़े. इसी के बाद उनका कहना था कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि किसी भी टीम के सबसे बेस्ट गेंदबाज के खिलाफ रन बनाने के बाद अन्य गेंदबाज दबाव में आ जाते हैं.

Tilak Varma
Courtesy: @BCCI

Tilak Varma: भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज तिलक वर्मा ने चेन्नई में खेले गए दूसरे टी20 मैच में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पर आक्रमण कर अपनी रणनीतिक सोच का सबूत दिया. इस मुकाबले में तिलक ने नाबाद 72 रनों की पारी खेली और भारत को 2 विकेट से रोमांचक जीत दिलाई. उन्होंने आर्चर के खिलाफ 4 छक्के जड़े, जिनमें से एक गहरी फाइन लेग पर किया गया अविश्वसनीय फ्लिक भी शामिल था.  

पहले टी20 में किफायती गेंदबाजी करने वाले आर्चर ने महज 21 रन दिए थे, लेकिन दूसरे मैच में तिलक ने उनकी गेंदबाजी की पूरी धज्जियां उड़ाते हुए 4 ओवरों में 60 रन बटोरे.  

जोफ्रा आर्चर को टारगेट करने का कारण
  

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में तिलक वर्मा ने खुलासा किया कि उन्होंने जानबूझकर आर्चर को निशाना बनाया था. उन्होंने कहा, "मैंने उनकी टीम के सबसे अच्छे गेंदबाज को टारगेट करने की रणनीति बनाई थी. अगर आप सबसे बेहतरीन गेंदबाज पर प्रहार करते हैं, तो बाकी गेंदबाजों पर दबाव बढ़ जाता है."  

उन्होंने यह भी बताया कि जब दूसरी ओर विकेट गिर रहे थे, तब उन्होंने खुद पर भरोसा किया और आर्चर के खिलाफ जोखिम लेने का फैसला किया. "जो शॉट्स मैंने खेले, वे मैं नेट्स में अभ्यास करता हूं और उन पर पूरी तरह मानसिक रूप से तैयार था," तिलक ने जोड़ा.  

अडिग मानसिकता से हासिल की जीत

166 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम को नियमित अंतराल पर झटके लगे. लेकिन तिलक वर्मा की योजनाबद्ध बल्लेबाजी और परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढालने की क्षमता निर्णायक साबित हुई. तिलक ने कहा, "मैंने खुद से कहा कि जो भी हो, मैं आखिर तक टिककर मैच खत्म करूंगा. पिछले मैच में गौतम गंभीर सर ने मुझे सलाह दी थी कि टीम की जरूरत के हिसाब से अपना स्ट्राइक रेट एडजस्ट करना बहुत जरूरी है. उस सलाह ने मेरी काफी मदद की."  

चतुराई से किया पिच और गेंदबाजों का सामना

चेपॉक की डबल-पेस वाली पिच पर खेलना आसान नहीं था, लेकिन तिलक ने इंग्लिश गेंदबाजों की रफ्तार का फायदा उठाते हुए विकेटकीपर के पीछे के क्षेत्र में शानदार शॉट्स लगाए. उन्होंने कहा, "पिच चुनौतीपूर्ण थी. उनके तेज गेंदबाजों की गति का उपयोग करते हुए मैंने पीछे की दिशा में रन बनाने पर ध्यान केंद्रित किया. यह रणनीति मेरे लिए कारगर साबित हुई."