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'मुझे गालियां दी, परिवार को भी नहीं छोड़ा', पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम को भारत बुलाया, ट्रोल हुए नीरज चोपड़ा

नीरज ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक बयान के माध्यम से कहा, नीरज चोपड़ा क्लासिक में खेलने के लिए अरशद नदीम को आमंत्रित करने के मेरे फैसले के बारे में बहुत चर्चा हुई है, और इसमें से अधिकांश नफरत और गाली-गलौज थी.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Neeraj Chopra
Courtesy: Social Media

ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया. नीरज चोपड़ा ने कहा कि अगले महीने बेंगलुरु में भारत के ओलंपिक चैंपियन के नाम से आयोजित होने वाली भाला फेंक स्पर्धा एनसी क्लासिक में भाग लेने के लिए अरशद नदीम को निमंत्रण कश्मीर में होने वाले आयोजनों से पहले दिया गया था. नीरज ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को नफरत और गाली-गलौज का सामना करना पड़ा है. उन्होंने कहा कि पहलगाम में पिछले 48 घंटों में हुए आतंकी हमले के बाद अरशद का इस आयोजन में भाग लेना 'पूरी तरह से असंभव' है.

नीरज ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक बयान के माध्यम से कहा, नीरज चोपड़ा क्लासिक में प्रतिस्पर्धा करने के लिए अरशद नदीम को आमंत्रित करने के मेरे फैसले के बारे में बहुत चर्चा हुई है, और इसमें से अधिकांश नफरत और गाली-गलौज थी. उन्होंने मेरे परिवार को भी इससे बाहर नहीं छोड़ा. मैंने अरशद को जो निमंत्रण दिया था, वह एक एथलीट की ओर से दूसरे एथलीट के लिए था. एनसी क्लासिक का उद्देश्य भारत में सर्वश्रेष्ठ एथलीटों को सामने लाने है. पहलगाम में आतंकवादी हमलों से दो दिन पहले सोमवार को सभी एथलीटों को निमंत्रण भेजा गया था. पिछले 48 घंटों में जो कुछ भी हुआ है, उसके बाद एनसी क्लासिक में अरशद की उपस्थिति पूरी तरह से असंभव है.

इस सप्ताह की शुरुआत में नीरज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था, जहां उन्होंने एनसी क्लासिक में भाग लेने वालों की प्रारंभिक सूची की पुष्टि की थी, साथ ही यह भी पुष्टि की थी कि इस आयोजन को उनके गृह राज्य हरियाणा से बेंगलुरु में स्थानांतरित कर दिया गया है. कॉन्फ्रेंस के दौरान, उन्होंने कहा था कि कई शीर्ष भाला फेंक खिलाड़ियों को निमंत्रण भेजा गया था और पेरिस ओलंपिक चैंपियन अरशद को भी आमंत्रित किया गया है. 

नीरज ने कहा, मैं आमतौर पर कम बोलता हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं जो गलत समझता हूं उसके खिलाफ नहीं बोलूंगा. खासकर तब जब बात मेरे देश के प्रति मेरे प्यार पर आती है. मेरे परिवार पर सवाल उठाया जाता है. मेरे लिए देश सबसे पहले है और रहेगा. जो लोग अपने लोगों के नुकसान से गुज़र रहे हैं, मेरी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ उनके साथ हैं. पूरे देश के साथ-साथ, मैं जो कुछ भी हुआ है उससे दुखी और क्रोधित हूं. मुझे विश्वास है कि हमारे देश की प्रतिक्रिया एक राष्ट्र के रूप में हमारी ताकत दिखाएगी और न्याय मिलेगा.