सेमीफाइनल में हार मान बैठी थी टीम! फिर कैसे सचिन-उदय ने लिखी जीत की पटकथा
पूर्व चैंपियन भारत रिकॉर्ड नौवीं बार अंडर 19 के फाइनल पहुंचा है. सेमीफानल में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 2 विकेट से हराया. जीत के हीरो रहे कप्तान सहारन और सचिन धास. दोनों के बीच 171 रनों की जबरदस्त साझेदारी हुई.
U19 World Cup 2024: पूर्व चैंपियन भारत को अंडर-19 फाइनल में जगह बनाने के लिए 245 रनों का टारगेट मिला. सामने मेजबान साउथ अफ्रीका के धारदार गेंदबाज थे जो किसी भी हाल में जीतना चाहते थे. अफ्रीकी तेज गेंदबाजों ने अटैक किया और 11.2 ओवर में सिर्फ 32 रन पर भारत के चार विकेट उखाड़ दिए. टीम इंडिया मुश्किल में थी और जीत दूर दिख रही थी. जरुरत थी एक लंबी पार्टनरशिप की.
रिकॉर्ड 171 रन की साझेदारी
टीम जब फंसी हुई थी तब कप्तान उदय सहारन ने अपने टैलेंटेड बल्बेबाज सचिन धास के साथ मोर्चा संभाला. दोनों के बीच रिकॉर्ड 171 रन की साझेदारी हुई. ये मैच का टर्निंग प्वाइंट रहा. सचिन और उदय ने धीरे-धीरे रन गति को बढ़ाया. जब भी मौका मिला तो हाथ खोले और चौके-छक्के बटोरे. दो विकेट की जीत के साथ भारत लगातार पांचवीं बार और कुल मिलाकर नौवीं बार फाइनल में पहुंचा है. अब ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल मैच के नतीजे का इंतजार कर रहा है.
भारत के 68 गेंद में 32 रन पर चार विकेट
क्वेना मफाका ने पारी की पहली गेंद पर भारत के सलामी बल्लेबाज आदर्श सिंह को आउट कर सनसनी मचा दी. शॉट बॉल पर आदर्श विकेट के पीछे कैच दे बैठे. इसके बाद ट्रिस्टन लुस ने भारत के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले मुशीर खान को ऑफ-द-लेंथ डिलीवरी के साथ स्लिप में कैच आउट कर दिया. उन्होंने 12वें ओवर में प्रियांशु मोलिया को आउट करने से पहले पावरप्ले के अंतिम ओवर में अर्शिन कुलकर्णी को आउट कर भारत भारी दवाब में डाल दिया.
दक्षिण अफ्रीका के खतरनाक तेज गेंदबाज अपने घरेलू मैदान पर आग उगल रहे थे. भारत के टॉप 4 विकेट गिर गए थे. लग रहा था कि एक और फाइनल खेलने का सपना टूट जाएगा. पांचवें विकेट के लिए सचिन धास और उदय सहारन के बीच 171 रनों की साझेदारी हुई. सचिन धास ने 96 रनों की धांसू पारी खेली, वहीं कप्तान उदय ने 81 रन बनाए.
मफाका ने फिर फंसाया
चार विकेट पर 32 रन से अब भारत 47 गेंदों में जीत से 41 रन दूर खड़ा था. इससे पहले मफाका ने भारत को एक बार फिर से मुश्किल में डाला. उन्होंने तीन ओवरों में दो विकेट लेकर टीम इंडिया के माथे पर शिकन ला दिया. मुरुगन अभिषेक रन आउट हो गए, जीत के लिए अभी भी 17 रनों की जरूरत थी. हालांकि, कप्तान सहारन ने संयम बनाए रखा, दबाव को झेला और पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाया. कप्तान ने विजयी रन बनाने की जल्दबाजी में अपना विकेट गंवा बैठे, लेकिन राज लिम्बानी ने अगली ही गेंद पर चौका लगाकर भारत को फाइनल में पहुंचा दिया.